जालना/औरंगाबाद, 19 जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र के जालना जिले में पांच नगर पंचायतों के लिए हुए चुनाव में कांग्रेस और एनसीपी तीन जगह विजेता बनकर उभरी, जबकि भाजपा और शिवसेना को केवल एक-एक स्थानीय निकाय में बहुमत मिला।
अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने घनसावंगी नगर पंचायत की 17 सीट में से 10 सीट पर जीत हासिल की और शिवसेना केवल सात सीट ही बचा सकी। तीर्थपुरी में एनसीपी ने 11 सीट जीती, शिवसेना को तीन और भाजपा को दो सीट मिली, जबकि एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी जीता।
घनसावंगी और तीर्थपुरी विधासभा क्षेत्र घनसावंगी के तहत आते हैं, जिसका प्रतिनिधित्व स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे करते हैं। इस चुनाव को टोपे और उनके प्रतिद्वंद्वी और शिवसेना नेता हिकमत उधाण के बीच शक्ति परीक्षण के रूप में देखा जा रहा था। हिकमत ने पिछले विधानसभा चुनाव में टोपे को कड़ी चुनौती दी थी। जफराबाद में भी भाजपा को तगड़ा झटका लगा है, जहां एनसीपी और कांग्रेस को छह-छह सीट मिली। जफराबाद में भाजपा को केवल एक सीट मिली जबकि चार सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी जीते।
मंथ नगर पंचायत में 12 सीट के साथ शिवेसना विजेता बनकर उभरी, जबकि भाजपा और कांग्रेस को केवल दो-दो सीट मिली और एनसीपी को एक सीट मिली। बदनापुर नगर पंचायत में भाजपा ने नौ सीट हासिल की, जबकि एनसीपी को पांच और कांग्रेस को एक सीट मिली। यहां से दो सीट पर निर्दलीय जीते। एआईएमआईएम और वंचित बहुजन अघाडी, ये दो दल अपना खाता खोलने में नाकाम रहे।
शिवसेना ने औरंगाबाद जिले के सोयेगांव में 17 में से 11 सीट हासिल की है, जबकि बाकी की सीट भाजपा को मिलीं। इस जीत के बाद राज्य मंत्री और शिवसेना के नेता अब्दुल सत्तार ने कहा, ‘‘यदि तीनों दल-शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने महाविकास अघाडी के रूप में एकसाथ चुनाव लड़ा होता तो भाजपा को एक सीट नहीं मिलती। परभणी की पालम नगर पंचायत में एनसीपी ने 17 में से 10 सीट हासिल की जबकि राष्ट्रीय समाज पार्टी को चार सीट और भाजपा को एक सीट मिली।
भाषा संतोष नरेश
नरेश
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.