छत्तीसगढ़ः नक्सलियों द्वारा मंगलवार को छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में एक इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) में किए गए विस्फोट से पांच सुरक्षाकर्मी और बीजेपी के विधायक को निशाना बनाया गया. बीजेपी एमएलए भीमा मंडावी की मौत हो गई है और पांच जवान शहीद हो गये हैं. हमला दंतेवाड़ा के कुआकोंटा और श्यामगिरी के बीच हुआ है. राज्य पुलिस की एस्कार्ट गाड़ी ब्लास्ट से क्षतिग्रस्त हो गई है. घटना के बाद इलाके में सीआरपीएफ के जवनों को मुस्तैद कर दिया गया है.
यह घातक विस्फोट दंतेवाड़ा के कुवाकोंडा इलाके में शाम करीब 5.30 बजे हुआ. एक अधिकारी ने कहा, ‘सभी शहीद सुरक्षाकर्मी जिला रिजर्व ग्रुप से हैं.’ जिला रिजर्व ग्रुप स्थानीय स्तर पर नक्सलियों से लड़ाई के लिए बनाया गया बल है. मंडावी बस्तर क्षेत्र से भाजपा के अकेले विधायक हैं. इसमें 12 विधानसभा सीटें आती हैं. नक्सली हमला लोकसभा चुनाव शुरू होने से दो दिन पहले हुआ है.
P Sundar Raj, DIG-Anti-Naxal Ops: We have information of BJP MLA Bheema Mandavi, his driver and 3 PSOs getting killed in IED blast in Dantewada, today evening. It was a powerful IED blast. Bodies to be evacuated at the earliest for identification. #Chhattisgarh pic.twitter.com/5liSjynJSO
— ANI (@ANI) April 9, 2019
डीआईजी एंटी नक्सल ऑपरेशन, पी सुंदर राज ने बताया कि बीजेपी एमएलए भीमा मंडावी, उनके ड्राइवर और तीन पीएसओ की नक्सलियों द्वारा आईईडी ब्लास्ट में मौत हो गई है. यह बहुत शक्तिशाली आईईडी ब्लास्ट था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्तीसगढ़ में माओवादी हमले की कड़ी निंदा करते हुए शहीद हुए सुरक्षा जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की है. उन्होंने कहा है कि इन शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.
Strongly condemn the Maoist attack in Chhattisgarh. My tributes to the security personnel who were martyred. The sacrifices of these martyrs will not go in vain.
— Chowkidar Narendra Modi (@narendramodi) April 9, 2019
वहीं नक्सिलयों के हमले को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दुखद बताया है और मृतकों की आत्मा के लिए शांति की प्रार्थना की है.
दंतेवाड़ा छत्तीसगढ़ का नक्सली हमला बहुत दुखद हैं। मै ईश्वर से मृतकों की आत्मा की शांति और परिवार जन को शक्ति और हिम्मत देने की प्रार्थना करता हूं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 9, 2019
इससे पहले छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के चार जवान शहीद हुए थे और दो अन्य घायल हुए थे. इस दौरान जवान और नक्सलियों के बीच जमकर मुठभेड़ हुई थी.
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वहीं इससे भी पहले 26 मार्च को भी छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की विशेष यूनिट के साथ मुठभेड़ में चार नक्सली मारे गए थे. इनकी जगरगुंडा क्षेत्र में बीमापुर से लगभग एक किलोमीटर अंदर जंगली क्षेत्र में कोबरा यूनिट के खोजी अभियान के दौरान मुठभेड़ हुई थी.
गौरतलब है कि हर साल चुनावों का नक्सली बहिष्कार करते हैं. झारखंड और छत्तीसगढ़ के अपने प्रभाव वाले इलाकों में चुनाव के बहिष्कार के लिए इस तरह के हमले तेज करते हैं. पर्चा पोस्टर बांटकर भी लोगों को चुनाव का बहिष्कार करने के लिए कहते हैं. क्षेत्रों में लोग चुनाव की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग न लें इसको लेकर खौफ पैदा करने के लिए चुनाव में ऐसी किसी बड़ी घटना को अंजाम देते हैं.