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Wednesday, 25 December, 2024
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राष्ट्रीय सिद्ध संस्थान गिनीज रिकॉर्ड बनाने के उद्देश्य से वर्मम थेरेपी सत्र का आयोजन करेगा

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चेन्नई, 14 दिसंबर (भाषा) राष्ट्रीय सिद्ध संस्थान (एनआईएस) 18 दिसंबर को 555 रोगियों के उपचार के लिए यहां एक विशाल वर्मम थेरेपी सत्र का आयोजन करेगा, जिसका उद्देश्य गिनीज विश्व रिकॉर्ड बनाना और सिद्ध चिकित्सा में इस औषधि रहित वर्मम थेरेपी को लोकप्रिय बनाना है।

एनआईएस की निदेशक प्रोफेसर आर मीनाकुमारी ने शनिवार को बताया कि इस अनूठे प्रयास के माध्यम से एनआईएस केंद्रीय आयुष मंत्रालय के मार्गदर्शन और सहयोग से सिद्ध चिकित्सा की लोकप्रियता को दुनिया में फैलाएगा।

मीनाकुमारी ने एक बयान में कहा, ‘‘संस्थान सिद्ध चिकित्सा के लाभों और वर्मम चिकित्सा के गुणों को पूरे देश में फैलाने का प्रयास कर रहा है। इस उद्देश्य से, 18 दिसंबर को 555 वर्मन चिकित्सकों द्वारा एक साथ 555 लोगों को वर्मम चिकित्सा प्रदान करके एक रिकॉर्ड बनाने की तैयारी चल रही है।’’

उन्होंने कहा कि भारतीय पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों में से एक सिद्ध चिकित्सा न केवल लोगों के स्वास्थ्य के लिए बल्कि बीमारियों की रोकथाम के लिए भी सबसे अच्छी चिकित्सा पद्धति है। सिद्ध चिकित्सा की अनूठी पद्धतियां कायाकल्पम, वर्मम और थोककनम इसकी विशिष्टता और प्राचीनता का उदाहरण हैं।

कोविड के दौरान, एनआईएस, तांबरम ने पांच सिद्ध कोविड देखभाल केंद्र स्थापित किए और चार नैदानिक ​​अनुसंधान सफलतापूर्वक किए। सिद्ध चिकित्सा का प्रसार करने के लिए पिछले साल, सिद्ध चिकित्सकों के एक समूह ने दिल्ली से कन्याकुमारी तक मोटरसाइकिल रैली निकाली। इसमें 20 दिनों में 3,333 किलोमीटर की दूरी तय की गई, और हर दिन हर राज्य में सिद्ध चिकित्सा शिविर आयोजित किए गए और जागरूकता व्याख्यान दिए गए।

भाषा आशीष रंजन

रंजन

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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