जम्मू, 22 फरवरी (भाषा) नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के नेता मुश्ताक अहमद शाह बुखारी ने मंगलवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। बुखारी ने पहाड़ी बोलने वाले लोगों को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने संबंधी मुद्दे पर नेकां प्रमुख फारूक अब्दुल्ला के साथ हुई ”तीखी बहस” के बाद पार्टी छोड़ दी।
पुंछ जिले की सुरनकोट सीट से दो बार विधायक रहे बुखारी ने रविवार को जम्मू में ”पहाड़ी जनजाति एसटी फोरम” द्वारा आयोजित सम्मेलन की अध्यक्षता की थी, जिसमें 350 से अधिक प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था। भाजपा की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष रविंद्र रैना समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए थे।
बुखारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ”मैंने कहा था कि हम किसी भी ऐसी पार्टी का समर्थन करने में नहीं हिचकिचाएंगे, जोकि अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिए जाने की समुदाय की लंबे समय से लंबित मांग को पूरा करने में मदद करेगी।”
उन्होंने कहा कि नेकां नेतृत्व ने इसे लेकर स्पष्टीकरण मांगा था।
बुखारी ने कहा कि उन्होंने फारूक अब्दुल्ला से उनके आवास पर मुलाकात की और इस मुद्दे पर अब्दुल्ला के साथ तीखी बहस हुई।
उन्होंने कहा, ” मैं वापस चला आया और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।”
भाषा शफीक नरेश
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