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गुरूवार, 15 मई, 2025
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नारी शक्ति वंदन अधिनियम महिला सशक्तीकरण का एक क्रांतिकारी माध्यम सिद्ध होगा : राष्ट्रपति मुर्मू

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नयी दिल्ली, 25 जनवरी (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बृहस्पतिवार को कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम महिला सशक्तीकरण के लिए एक क्रांतिकारी माध्यम साबित होगा और इससे शासन की प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने में सहायता मिलेगी।

राष्ट्रपति 75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, ‘‘जब संसद ने ऐतिहासिक महिला आरक्षण विधेयक पारित किया तो हमारा देश, स्त्री-पुरुष समानता के आदर्श की ओर आगे बढ़ा। मेरा मानना है कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम, महिला सशक्तीकरण का एक क्रांतिकारी माध्यम सिद्ध होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इससे हमारे शासन की प्रक्रियाओं को बेहतर बनाने में भी बहुत सहायता मिलेगी। जब सामूहिक महत्व के मुद्दों पर महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी, तब हमारी प्रशासनिक प्राथमिकताओं का जनता की आवश्यकताओं के साथ बेहतर सामंजस्य होगा।’’

लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए एक तिहाई सीट आरक्षित करने के प्रावधान वाला 128वां संविधान संशोधन विधेयक पिछले साल संसद द्वारा पारित किया गया था। उसी विधेयक को आधिकारिक तौर पर नारी शक्ति वंदन अधिनियम नाम दिया गया है।

राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि अमृत काल के दौरान अभूतपूर्व तकनीकी परिवर्तन होने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमारी स्वाधीनता के सौ वर्ष पूरे होने तक की, अमृत काल की अवधि के दौरान अभूतपूर्व तकनीकी परिवर्तन भी होने जा रहे हैं। कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग जैसे तकनीकी बदलाव, असाधारण गति के साथ, हमारे दैनिक जीवन का अंग बन गए हैं। कई क्षेत्रों में भविष्य से जुड़ी आशंकाएं चिंतित करती हैं, लेकिन अनेक उत्साह-जनक अवसर भी दिखाई देते हैं, विशेषकर युवाओं के लिए। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे युवा, वर्तमान की सीमाओं से परे जाकर नयी संभावनाएं तलाश रहे हैं। उनके मार्ग से बाधाओं को दूर करने और उन्हें अपनी पूरी क्षमता का उपयोग करने की सुविधा प्रदान करने के लिए हमें हर संभव प्रयास करना है। हमारी युवा पीढ़ी चाहती है कि सभी को अवसर की समानता प्राप्त हो। वे समानता से जुड़े पुराने शब्दजाल नहीं चाहते हैं बल्कि, समानता के हमारे अमूल्य आदर्श का यथार्थ रूप देखना चाहते हैं।’’

राष्ट्रपति ने कहा,‘‘मैं अपने उन किसानों और मजदूर भाई-बहनों के प्रति आभार व्यक्त करती हूं जो, चुपचाप मेहनत करते हैं तथा देश के भविष्य को बेहतर बनाने में बहुत बड़ा योगदान देते हैं।’’

उन्होंने सशस्त्र बलों, पुलिस और अर्ध-सैन्य बलों को भी धन्यवाद दिया और कहा, ‘‘उनकी बहादुरी और सतर्कता के बिना, हम उन प्रभावशाली उपलब्धियों को प्राप्त नहीं कर सकते थे जो हमने हासिल कर ली हैं।’

भाषा अविनाश पवनेश

पवनेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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