नागपुर, 29 मई (भाषा) महाराष्ट्र के नागपुर की पुलिस यहां की उस महिला को वापस ले आई है, जो इस महीने की शुरुआत में कारगिल से पाकिस्तान चली गयी थी। महिला को बाद में पड़ोसी देश ने वापस भेज दिया था। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
महिला सुनीता जामगड़े (43) को बुधवार देर रात नागपुर लाया गया और औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया गया। फिर उसे रात में एक विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे दो जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘ नागपुर पुलिस की चार सदस्यीय टीम ने अमृतसर पुलिस से जामगड़े को हिरासत में लिया। टीम मंगलवार रात उसे ट्रेन से लेकर अमृतसर से दिल्ली गई और बुधवार देर रात नागपुर पहुंची।’’
उसे शनिवार को अटारी-वाघा सीमा के जरिए पाकिस्तानी अधिकारियों ने वापस भेज दिया था, जिसके बाद पंजाब के अमृतसर में पुलिस ने जामगड़े के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी।
पुलिस उपायुक्त (जोन पांच) निकेतन कदम ने कहा, ‘‘जामगड़े को अमृतसर में दर्ज जीरो प्राथमिकी के आधार पर गिरफ्तार किया गया। प्राथमिकी कपिल नगर पुलिस थाने में स्थानांतरित कर दी गई।’’
पुलिस अधिकारी उससे पाकिस्तान में रहने वाले व्यक्तियों के साथ उसके संबंधों के बारे में पूछताछ करना चाहते हैं, जिनके साथ वह कथित तौर पर कई महीनों से संपर्क में थी। पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे विशेष रूप से यह पता लगाना चाहते हैं कि उसने जुल्फिकार और पास्टर सहित पाकिस्तानी नागरिकों के साथ किस तरह की जानकारी साझा की है।
कपिल नगर थाना क्षेत्र के संत कबीर नगर निवासी जामगड़े चार मई को अपने 13 वर्षीय बेटे के साथ नागपुर से निकली थी और कारगिल पहुंची, जहां से वह 14 मई को पाकिस्तान चली गई। पुलिस ने बताया कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार करने से पहले वह कथित तौर पर अपने बेटे को छोड़ गई थी।
उन्होंने बताया कि पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने सीमा पार करने पर महिला को पकड़ लिया था और शनिवार को वाघा सीमा पर आधिकारिक तौर पर भारतीय अधिकारियों को सौंपे जाने तक उसे हिरासत में रखा।
भाषा शोभना दिलीप
दिलीप
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.