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सोमवार, 5 मई, 2025
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नड्डा ने ओडिशा में आयुष्मान भारत योजना की औपचारिक शुरुआत की, बंगाल को बताया अगला लक्ष्य

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(तस्वीर के साथ)

कटक, 11 अप्रैल (भाषा) केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे. पी. नड्डा ने शुक्रवार को ओडिशा में आयुष्मान भारत योजना की औपचारिक शुरुआत की। उन्होंने उम्मीद जताई कि केंद्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना जल्द ही पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल में लागू होगी।

पश्चिम बंगाल एकमात्र राज्य है, जहां पर केंद्र की यह योजना प्रभावी नहीं है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ओडिशा की सत्ता में आने के 10 महीने बाद राज्य में आयुष्मान भारत योजना लागू की गई है। वहीं, तृणमूल कांग्रेस शासित पश्चिम बंगाल में यह योजना अब तक लागू नहीं की गई है, जहां पर 2026 में विधानसभा चुनाव होने हैं।

नड्डा ने कहा कि भाजपा सरकार ने ओडिशा के लोगों से किए गए अपने वादों को पूरा किया है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार आयुष्मान भारत योजना को लागू करने की केंद्र की अपील लगातार खारिज कर रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘ओडिशा, दिल्ली और पश्चिम बंगाल तीन राज्य ऐसे थे, जहां आयुष्मान भारत योजना लागू नहीं की गई थी। हालांकि, इन राज्यों में सरकार बदलने के बाद ओडिशा और दिल्ली में यह योजना लागू हो गई। बंगाल के लोगों को भी यह सुविधा मिलेगी और भाजपा भारत के सभी नागरिकों को यह स्वास्थ्य योजना प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।’’

नड्डा ने दावा किया कि जिन राज्य सरकारों ने नरेन्द्र मोदी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में बाधाएं डालीं, उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ी है। उन्होंने कहा, ‘‘लोगों ने ओडिशा और दिल्ली की सरकारों को खारिज कर दिया है।’’

भाजपा ने फरवरी में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी (आप) को दो-तिहाई बहुमत से हराकर 26 साल से अधिक समय के बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की थी।

नड्डा ने याद दिलाया कि कैसे उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के रूप में ओडिशा और दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्रियों, क्रमश: नवीन पटनायक और अरविंद केजरीवाल से आयुष्मान भारत योजना लागू करने की अपील की थी, लेकिन उन दोनों ने इसे खारिज कर दिया था।

उन्होंने कहा, ‘‘हमने नवीन बाबू से कई बार अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने दावा किया कि उनकी बीजद सरकार की स्वास्थ्य योजना आयुष्मान भारत से बेहतर है। केजरीवाल का मामला भी ऐसा ही था।’’

नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सितंबर 2018 में रांची में आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की थी; लेकिन तीन राज्यों ने इसे लागू करने से इनकार कर दिया और उनमें से दो को लोगों ने सत्ता से बाहर कर दिया।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि देश में 61 करोड़ लोग इस योजना का लाभ उठा रहे हैं और केंद्र सरकार ने पिछले छह वर्षों में गरीब लोगों के इलाज पर 1.26 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं।

उन्होंने ओडिशा के लिए इसे ‘ऐतिहासिक दिन’ करार देते हुए कहा कि राज्य के 1.03 लाख परिवारों के 3.51 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत, आयुष्मान वय-वंदन योजना और राज्य संचालित गोपबंधु जन आरोग्य योजना (जीजेएवाई) जैसी योजनाओं का लाभ मिलेगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि परिवार के प्रत्येक सदस्य को अलग-अलग कार्ड मिलेंगे और वे देश भर के करीब 30,000 सरकारी और निजी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवा सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।

नड्डा ने कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि ओडिशा के कई लोग दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और अन्य स्थानों पर काम करते हैं। वे सभी इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।’’

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और अन्य की उपस्थिति में योजना की शुरुआत की।

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्ववर्ती बीजद सरकार ने राजनीतिक कारणों से आयुष्मान भारत योजना को लागू नहीं किया, जिसके कारण लोगों को परेशानी उठानी पड़ी।

उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, (ओडिशा में) डबल इंजन सरकार आने के बाद लोगों को वे लाभ मिल रहे हैं, जिनसे पहले उन्हें वंचित रखा गया था।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार चिकित्सकों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों के रिक्त पदों को भर रही है।

माझी ने कहा, ‘‘आज हमारी सरकार के 10 महीने पूरे हो गए हैं और इस अवधि के दौरान हमने स्वास्थ्य सुविधाओं में चिकित्सकों सहित 4000 पदों को भरा है।’’ उन्होंने कहा कि बहुत जल्द 5,374 चिकित्सकों और दंत चिकित्सकों की भर्ती की जाएगी।

माझी ने कहा कि ओडिशा सरकार चिकित्सा महाविद्यालय खोलने पर जोर दे रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य में 12 चिकित्सा महाविद्यालय हैं और दो अन्य जल्द ही काम करना शुरू कर देंगे।

मुख्यमंत्री ने बताया कि भद्रक, जगतसिंहपुर, नबरंगपुर और ढेंकनाल जिलों में चार दंत चिकित्सा महाविद्यालयों के साथ-साथ नए चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना के लिए बजटीय आवंटन किया गया है।

भाषा धीरज सुरेश

सुरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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