नई दिल्ली: अमेरिका में सिएटल के एक रिसर्चर ने गूगल क्लाउड से हटाई गईं कुछ फाइलें फिर से ढूंढ़ लिया है, जिनसे वुहान के कुछ सबसे शुरुआती कोविड-19 मामलों के लिए कोरोनावायरस की शुरुआती 13 सीक्वेंसेज का पता चलता है.
अमेरिकी अधिकारियों ने पुष्टि की है कि क़रीब एक साल पहले वुहान के शुरुआती कोविड मामलों के 200 से अधिक नमूनों की जिनेटिक सीक्वेंसेज, अमेरिका के ऑनलाइन डेटाबेस से ग़ायब हो गई थीं, जहां उन्हें चीनी शोधकर्ताओं के आग्रह पर स्टोर करके रखा गया था.
बुधवार को एक बयान में, अमेरिका के नेशनल स्कूल ऑफ हेल्थ (एनआईएच) ने कहा कि शुरू में जिस डेटा को मार्च 2020 में, अमेरिका स्थित सीक्वेंस रीड आर्काइव में रखा गया था, उसे तीन महीने बाद ही पिछले साल जून में, उन्हीं शोधकर्ताओं ने वापस लेने का आग्रह किया था.
एनआईएच ने ये भी कहा कि रिसर्चर्स ने डेटा हटाने के लिए कहा था, ताकि ‘संस्करण नियंत्रण की समस्याओं’ से बचा जा सके.
एजेंसी ने कहा, ‘जमा करने वाले जांचकर्ताओं के पास अपने डेटा का अधिकार रहता है, और वो उसे वापस लेने का आग्रह कर सकते हैं’.
एनआईएच का बयान उसके एक दिन बाद आया, जब सिएटिल में फ्रेंच हचिंसन कैंसर रिसर्च सेंटर के वायरोलॉजिस्ट जेसी ब्लूम ने गुमशुदा जिनेटिक सीक्वेंसेज के मिलने पर एक रिपोर्ट जारी की.
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‘241 गुमशुदा जिनेटिक सीक्वेंसेज’
मंगलवार को जारी अपनी रिपोर्ट में, ब्लूम ने कहा कि चीनी शोधकर्ताओं की एक टीम ने वुहान से कुछ शुरुआती कोविड-19 मरीज़ों के नमूने लिए और सीक्वेंसेज को एक अमेरिकी डेटाबेस पर पोस्ट कर दिया, लेकिन बाद में उनकी ‘मौजूदगी को ढांकने के लिए’, उन्हें डिलीट कर दिया गया था.
ब्लूम ने रिपोर्ट में लिखा, ‘ऐसी संभावना लगती है कि सीक्वेंसेज की मौजूदगी को ढांकने के लिए उन्हें हटा दिया गया’. उनकी रिपोर्ट का अभी पियर-रिव्यू होना या किसी वैज्ञानिक पत्रिका में छपना बाक़ी है.
वायरोलॉजिस्ट ने दावा किया कि उन्हें गुमशुदा डेटा ऑनलाइन डेटाबेस में तब मिला, जब वो अलग-अलग ग्रुप्स द्वारा प्रकाशित जिनेटिक डेटा की समीक्षा कर रहे थे.
ब्लूम को मार्च 2020 की एक स्प्रेडशीट मिल गई, जिसमें 241 जेनेटिक सीक्वेंसेज की जानकारी दी हुई थी, जो वुहान यूनिवर्सिटी से जमा की गईं थीं और जिनसे संकेत मिलता था कि उन्हें अमेरिका द्वारा संचालित डेटाबेस- सीक्वेंस रीड आर्काइव पर अपलोड किया गया था. लेकिन जब उन्होंने वुहान सीक्वेंसेज को तलाशना चाहा, तो सर्च रिज़ल्ट में एक संदेश आया, जिसमें लिखा था: ‘कोई आइटम्स नहीं मिले’.
स्प्रेडशीट से पता चला कि 241 सीक्वेंसेज ऐसी फू (Aisi Fu) नाम के एक वैज्ञानिक ने वुहान में रेनमिन अस्पताल से जमा की थीं.
ब्लूम को फिर एक स्टडी मिली, जो फू और उनके साथियों ने मार्च 2020 के शुरू में मेडरिक्सिव पर पोस्ट की थी और जो बाद में जून 2020 में एक वैज्ञानिक पत्रिका में भी छपी थी.
इस स्टडी का हिस्सा रहे वैज्ञानिकों ने कहा कि उन्होंने नाक के फाहों के कम से कम 45 नमूने देखे, ‘जो महामारी की शुरुआत में कोविड-19 के संदिग्ध बहिरोगियों से लिए गए थे’, लेकिन शोधकर्ताओं ने असली जीन सीक्वेंसेज नहीं, बल्कि वायरसों के कुछ म्यूटेशंस प्रकाशित किए.
लेकिन, रिपोर्ट को आलोचना का सामना करना पड़ा, क्योंकि बहुत से लोगों ने दावा किया कि ये डेटा वास्तव में पूरे समय सार्वजनिक रूप से उपलब्ध रहा है.
I see you going around to every thread with the Jesse Bloom article just sharing this link. What does it mean?? Why don't you tell people instead of just sharing a link to a long complex article? I'm sure it's difficult for even former FDA commissioner's to make sense of!
— HourNinety (@HourNinety) June 23, 2021
वायरस 2019 से पहले ही घूम रहा था?
जो बाइडेन प्रशासन कोविड-19 की उत्पत्ति का पता लगाने की कोशिश कर रहा है लेकिन ब्लूम की स्टडी, इस थ्यौरी को न तो बल देती है, न ही कमज़ोर करती है कि वो वुहान की एक लैब से लीक हुआ था. चीन ने सख़्ती के साथ इसका खंडन किया है कि वायरस किसी लैब से लीक हुआ था.
नई रिपोर्ट में संकेत दिया गया है कि हो सकता है कि वायरस 2019 के शुरुआती प्रकोपों से पहले ही वुहान में घूम रहा हो, जिन्हें जानवरों और सीफूड बाज़ारों से जोड़ा गया है.
ब्लूम ने अपने विश्लेषण में कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि ये लैब उत्पत्ति या पशुजन्य रोग परिकल्पना को सहारा देता है. मेरे विचार में ये कुछ अतिरिक्त सबूत मुहैया कराता है कि ये वायरस शायद दिसंबर से पहले ही वुहान में घूम रहा था, यक़ीनन और शायद हमारे पास शुरुआती वायरसों की एक अधूरी तस्वीर है’.
रिपोर्ट में आगे कहा गया: ‘एहतियात के साथ व्याख्या किए गए मौजूदा डेटा के संदर्भ में, इन सीक्वेंसेज के वंशावली विश्लेषण से संकेत मिलता है कि हुआनन सीफूड मार्केट सीक्वेंसेज, जो डब्लूएचओ-चीन संयुक्त रिपोर्ट का फोकस है, महामारी की शुरुआत में वुहान के वायरसों का पूरा प्रतिनिधित्व नहीं करतीं. उसकी बजाय, ज्ञात सार्स-सीओवी-2 सीक्वेंसेज के पुरखों में संभावित रूप से मार्केट वायरसों से जुड़े तीन म्यूटेशंस थे, जिन्होंने उसे सार्स-सीओवी-2 के बैट कोरोनावायरस के रिश्तेदारों जैसा बना दिया’.
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