नई दिल्ली: एक तरफ जहां देश के कई इलाकों में सांप्रदायिक झड़प की घटनाएं सामने आ रही हैं, वहां आपसी प्रेम और एकता के उदाहरण भी देखने को मिल रहे हैं. राजस्थान के कोटा के एक इलाके के मुसलमानों ने फूल बरसाकर और शरबत बांटकर हनुमान जयंती शोभायात्रा का स्वागत किया. मध्य प्रदेश के भोपाल में भी इस तरह भाईचारे की मिसाल देखने को मिली.
रामगंज मंडी कस्बे के खेराबाद इलाके से गुजरते हुए शोभायात्रा के रुकने पर कई मुस्लिम युवकों ने सांप्रदायिक सद्भाव का संदेश देते हुए अपने पारंपरिक मार्शल आर्ट कौशल का प्रदर्शन किया.
जुलूस शनिवार शाम खेराबाद गांव के हनुमान मंदिर से शुरू हुआ और मुस्लिम बहुल इलाके से गुजरते हुए करीब दो किलोमीटर की दूरी तय की, जिसके रास्ते में दो मस्जिदें थीं. जुलूस में शामिल अधिकांश लोगों ने भगवा वस्त्र पहन रखे थे.
ताहिर अहमद के नेतृत्व में मुसलमानों ने शोभायात्रा का स्वागत किया, पुष्पवर्षा की और इसमें भाग लेने वालों को मालाएं पहनाईं. उन्होंने इलाके की दो मस्जिदों के बाहर स्टॉल भी लगाए और भक्तों को ठंडा पानी और शरबत पेश किया.
रामगंज मंडी के एसडीएम राजेश डागा ने कहा कि मुस्लिम शाम की नमाज अदा करने के बाद शोभायात्रा का स्वागत करने के लिए मस्जिदों से बाहर निकले.
उन्होंने कहा कि जब मुस्लिम युवाओं को शोभायात्रा में शामिल होने के लिए कहा गया, तो उन्होंने हिंदू समुदाय के लोगों के साथ अपने मार्शल आर्ट कौशल का प्रदर्शन किया.
एसडीएम ने कहा कि प्रशासन ने शोभायात्रा से पहले मुस्लिम और हिंदू समुदायों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की थी.
उन्होंने कहा कि मुसलमानों ने उत्साहपूर्वक शोभायात्रा का स्वागत किया.
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