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Tuesday, 1 April, 2025
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पटना में वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ जुमे की नमाज के दौरान मुसलमानों ने काली पट्टी बांधी

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पटना, 28 मार्च (भाषा) बिहार की राजधानी पटना में वक्फ (संशोधन) विधेयक के विरोधस्वरूप हाथ पर काली पट्टी बांधकर रमजान महीने के आखिरी (अलविदा) जुमे की नमाज पढ़ने के लिए बड़ी संख्या में मुसलमान मस्जिद पहुंचे।

शुक्रवार की नमाज के लिए मस्जिदों में प्रवेश करने से पहले राज्य की राजधानी में जामा मस्जिद (पटना रेलवे स्टेशन के पास) और दरियापुर मस्जिद के बाहर मुसलमानों को काली पट्टी बांटी गई।

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) ने शुक्रवार को एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘एआईएमपीएलबी सभी मुसलमानों से अपील करता है कि वे रमजान महीने के आखिरी जुमा के अवसर पर मस्जिद में आते समय विरोध की मौन और शांतिपूर्ण अभिव्यक्ति के रूप में काली पट्टी बांधें। देश के हर मुसलमान की जिम्मेदारी है कि वह इस वक्फ संशोधन विधेयक का कड़ा विरोध करें।’’

पटना स्थित दरियापुर मुहल्ले की मस्जिद के इमाम मुहम्मद आलम कासमी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हां, एआईएमपीएलबी की अपील के बाद लोगों ने रमजान (शुक्रवार) को काली पट्टी बांधी। हम बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अपील करते हैं कि वे इस वक्फ (संशोधन) विधेयक का विरोध करें। उनकी पार्टी जद (यू) को संसद में इस विधेयक का समर्थन नहीं करना चाहिए।’’

एआईएमपीएलबी ने हाल ही में वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ पटना में एक महाधरना आयोजित किया था और नीतीश कुमार से विवादास्पद विधेयक को ‘‘समर्थन’’ देने पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया था।

इस धरने में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव भी शामिल हुए थे।

यादव के साथ उनके पिता एवं राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद भी थे।

केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने शुक्रवार की नमाज के दौरान मुसलमानों द्वारा काली पट्टी बांधने पर टिप्पणी करते हुए पटना में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुसलमानों को आज काली पट्टी बिल्कुल नहीं बांधनी चाहिए…।’’

उन्होंने कांग्रेस को दलित और अल्पसंख्यक विरोधी करार देते हुए आरोप लगाया कि यह केवल मुसलमानों को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समाज के सभी वर्गों की बेहतरी के बारे में चिंतित हैं।

इस बीच संबंधित घटनाक्रम में राजद नेता और बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आधिकारिक आवास के बाहर पोस्टर लगाए गए हैं, जिसमें ईद पर मुसलमानों को भाजपा नेताओं द्वारा ‘‘सौगात-ए-मोदी’ किट बांटे जाने का विरोध किया गया है।

भाजपा नेताओं ने ईद के अवसर पर पार्टी के राष्ट्रव्यापी अभियान के तहत मुसलमानों को ‘‘सौगात-ए-मोदी’ किट वितरित किए।

भाषा अनवर सुरेश

सुरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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