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शुक्रवार, 6 जून, 2025
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मुर्शिदाबाद हिंसा: पुलिस ने पिता-पुत्र की हत्या के मामले में 13 लोगों के खिलाफ आरोप-पत्र दायर किया

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कोलकाता, छह जून (भाषा) पश्चिम बंगाल पुलिस ने मुर्शिदाबाद के जाफराबाद में अप्रैल में हुई हिंसा के दौरान पिता-पुत्र की हत्या के मामले में 13 लोगों के खिलाफ शुक्रवार को आरोप-पत्र दाखिल किया। जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इसकी पुष्टि की।

वक्फ (संशोधन) अधिनियम, 2025 को लेकर जिले में हुए विरोध प्रदर्शनों के सिलसिले में धुलियान-सुती-शमशेरगंज में हुई सांप्रदायिक हिंसा के दौरान 11 अप्रैल को हरगोबिंदो दास (74) और उनके बेटे चंदन दास (40) की हत्या कर दी गई थी।

हिंसा में कम से कम तीन लोगों की मौत हुई थी और कई लोग घायल हुए थे, इसके अलावा सैकड़ों लोगों को अपने घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा था।

आठ से 12 अप्रैल तक चली अशांति के दौरान सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को भी बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया गया था। इसके बाद कलकत्ता उच्च न्यायालय ने कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए केंद्रीय सशस्त्र बलों की तैनाती का आदेश दिया था।

अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने अपराध के 55 दिन के अंदर जिला अदालत के समक्ष आरोप-पत्र दाखिल कर दिया है और इसमें 13 लोगों के नाम हैं।’’

हिंसा के बाद पुलिस ने मुर्शिदाबाद के विभिन्न थानों में दर्ज 60 से अधिक प्राथमिकियों के सिलसिले में 300 से अधिक संदिग्ध उपद्रवियों को गिरफ्तार किया था।

बेटबोना गांव में दास परिवार के घर को निशाना बनाया गया था।

पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, हमलावरों ने मुख्य दरवाजा तोड़कर चंदन दास और हरगोबिंदो दास को बाहर निकाला और उनकी पीठ पर कुल्हाड़ी से वार किया। बताया जाता है कि एक व्यक्ति उनकी मौत होने तक वहीं रहा।

हालांकि आरोप पत्र में नामजद लोगों और उनपर लगाई गई धाराओं का विवरण तुरंत स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन उच्च न्यायालय द्वारा गठित एक तथ्यान्वेषी टीम ने स्थानीय तृणमूल कांग्रेस के नेता और धुलियान नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष महबूब आलम को हमले का मुख्य आरोपी बताया था।

टीम ने 21 मई को उच्च न्यायालय के समक्ष अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए राज्य पुलिस की ‘निष्क्रियता और अनुपस्थिति’ का भी उल्लेख किया था। टीम ने कहा था कि हिंसा के दौरान वर्दीधारी पुलिसकर्मियों ने स्थानीय लोगों के फोन कॉल का जवाब नहीं दिया।

टीम ने रिपोर्ट में कहा कि ‘बेटबोना गांव में 113 घर बुरी तरह प्रभावित हुए’, जिनमें से कई में आग लगा दी गई।

भाषा जोहेब सुरेश

सुरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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