कल्ली थांडा (आंध्र प्रदेश), नौ मई (भाषा) ‘‘मुदवथ मुरली नाइक हमारा इकलौता बेटा था और उसने देश के लिए लड़ते हुए अपने प्राण गंवा दिये, लेकिन हमें बेसहारा छोड़ गया।’’ आंध्र प्रदेश के श्री सत्य साई जिले में रहने वाले उनके पिता श्रीराम नाइक शुक्रवार को यह कहते हुए बिलख पड़े।
उन्होंने कहा कि वह यह निर्णय देश पर छोड़ते हैं कि वह उनके परिवार को क्या सहायता प्रदान करेगा। गोरंटला मंडल के कल्ली थांडा गांव निवासी नाइक ‘अग्निवीर योजना’ के तहत सेना में भर्ती हुए थे।
उनके पिता ने भारतीय सेना द्वारा दी गई हृदय विदारक खबर का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘मुरली नाइक शुक्रवार तड़के जम्मू-कश्मीर में गोलीबारी के दौरान शहीद हो गया।’’
श्रीराम नाइक ने एक स्थानीय समाचार चैनल से कहा, ‘‘मेरा बेटा देश के लिए मर गया। उसने देश के लिए लड़ाई लड़ी। हमें दुख इस बात का है कि मेरा एक ही बेटा है। हम उस पर निर्भर थे और हमारा सहारा चला गया। अब हम बेसहारा हो गए हैं, मेरी पत्नी और मैं। जो भी समाधान हो, मैं इसे देश पर छोड़ता हूं। जो भी निर्णय होगा, वह देश को ही लेना है।’’
श्रीराम नाइक के अनुसार, उनकी पत्नी ज्योति बाई के पास आज सुबह नौ बजे सेना के एक अधिकारी का फोन आया, जिसने हिंदी में बात की और मुरली नाइक के साथ उनके संबंधों के बारे में पूछा।
श्रीराम नाइक ने सूचना मिलने के घटनाक्रम के बारे में बताते हुए कहा, ‘‘उस अधिकारी ने हमसे पूछा कि मुरली नाइक कौन है। मेरी पत्नी ने कहा कि मुरली मेरा बेटा है। उन्होंने मेरी पत्नी से कहा कि फोन अपने पति को दे दीजिए। उन्होंने हिंदी में बात की।’’
श्रीराम नाइक ने कहा कि वह (मुरली नाइक) नवंबर 2022 में अग्निवीर के तौर पर सेना में शामिल हुआ था और महाराष्ट्र के नासिक में प्रशिक्षण लिया था।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, 23 वर्षीय नाइक भारतीय सेना की उत्तरी कमान की 851 लाइट रेजिमेंट से जुड़े थे। नाइक ने आखिरी बार छह से 20 जनवरी, 2025 के बीच 15 दिनों की छुट्टी ली थी और शुक्रवार को युद्ध में उनकी मौत हो गई।
प्रशिक्षण के बाद नाइक को असम में तैनात किया गया, जहां उन्होंने एक साल तक काम किया और बाद में छह महीने के लिए उसे जम्मू स्थानांतरित कर दिया गया।
श्रीराम नाइक ने कहा कि जनवरी में 15 दिन की छुट्टी के बाद वह ड्यूटी पर वापस चला गया और अंततः लड़ाई में मारा गया। शहीद सैनिक की मां ने याद किया कि उनके बेटे ने सात मई को उन्हें फोन किया था और उनकी खैरियत पूछने के साथ यह भी पूछा था कि उन्होंने खाना खाया है या नहीं।
इस बीच एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि राज्य हथकरघा मंत्री एस सविता ने कल्ली थांडा गांव में शहीद सैनिक के परिवार से मुलाकात की और उन्हें पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता सौंपी।
उन्होंने कहा कि गोरंटला मंडल के केंद्र में मुरली नाइक की एक प्रतिमा की व्यवस्था की जाएगी। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी समेत कई अन्य लोगों ने नाइक की मौत पर शोक व्यक्त किया है।
नायडू ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद मुरली नाइक को मेरी श्रद्धांजलि। मैं उनके परिवार के सदस्यों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।’’
बाद में मुख्यमंत्री ने नाइक के माता-पिता ज्योति बाई और श्रीराम नाइक को फोन कर सांत्वना दी।
राज्यपाल एस अब्दुल नजीर, विपक्ष के नेता वाईएस जगन मोहन रेड्डी और उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण ने भी नाइक को श्रद्धांजलि दी।
जगन ने सैनिक के माता-पिता को सांत्वना देने के लिए फोन भी किया। अभिनेता से नेता बने पवन कल्याण ने कहा कि भारतीय समाज नाइक के बलिदान और ऑपरेशन सिंदूर में उनकी शहादत को कभी नहीं भूलेगा।
भाषा संतोष अविनाश
अविनाश
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