मुंबई: दक्षिण मुंबई के डोंगरी क्षेत्र में चार मंजिल की एक इमारत के ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई और आठ
अन्य लोग घायल हो गए हैं. मुंबई पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए लोगों से गुजारिश की है कि वह राहत कार्य से दूर रहें. जिस इलाके में बिल्डिंग गिरी है मुंबई पुलिस ने उससे दूर रहने की सलाह दी है. अधिकारियों ने कहा कि इमारत के मलवे में कई लोगों के फंसे होनें की संभावना है. केसरबाई इमारत सुबह लगभग 11.30 बजे ढह गई.
मुंबई इमारत सुधार और पुनर्निर्माण बोर्ड (एमबीआरआरबी) के चेयरमैन विनोद घोसालकर ने हालांकि कहा कि हादसे में कम से कम 12 लोगों की मौत हुई है. लेकिन इस दावे की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
उन्होंने कहा कि लगभग 80 साल पुरानी मानी जा रही जर्जर इमारत की मरम्मत का काम बी.एस.बी. डेवलपर्स को दिया गया था, जिसने अभी तक काम शुरू नहीं किया था.
घोसालकर ने कहा, ‘यह गंभीर मामला है और हम इसकी जांच करेंगे कि मरम्मत कार्य शुरू क्यों नहीं हुआ था और इसमें किस कारण से देरी हो रही थी और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.’
फिलहाल एक महिला, दो आदमियों और एक बच्चे को बचा लिया गया. इनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. स्थानीय लोगों ने कहा कि मलवे में फंसे लगभग 12-15 परिवार मदद का इंतजार कर रहे हैं.
मुंबई में गिरी इमारत पर राजनीति शुरू हो गई है जबकि महादा और मुंबई नगर निगम एक दूसरे पर जरजर इमारत को लेकर आरोप मढ़ रहे हैं.
मुंबई के दक्षिणी डोंगरी में गिरी बिल्डिंग पर मुख्मंत्री देवेंद्र फडनवीस ने कहा कि शुरुआती सूचना के अनुसार इस बिल्डिंग में 15 परिवार रहता था. यह बिल्डिंग करीब 100 साल पुरानी है. फिलहाल हमारा पूरा फोकस इस इमारत में फंसे लोगों की जान बचाने पर लगी है. जांच जारी है. कांग्रेस नेता भाई जगताप और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता मजीद मेमन समेत विपक्ष के नेताओं ने खतरनाक इमारतों को चिह्नित करने और उन्हें खाली कराने के लिए उचित कदम उठाने में राज्य सरकार पर असफलता का आरोप लगाया.
महाराष्ट्र आवासीय और क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाली केसरबाई इमारत के भूतल में खाने-पीने का व्यवसाय भी चलता है.
इसके बाद अग्निशमन दल, पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीमों ने घटनास्थल पर जाकर बचाव अभियान शुरू कर दिया था, वहीं एनडीआरएफ वहां पहुंचकर उनका सहयोग करने लगा था.
संकरी सड़कें, भारी भीड़ और घनी आबादी वाले क्षेत्र में होने के कारण बचाव अभियान प्रभावित हुआ है.
#Mumbai: Search and rescue operation underway at Dongri building collapse site. pic.twitter.com/KkKOyC4p3N
— ANI (@ANI) July 16, 2019
बता दें कि डोंगरी इलाके की गलियां काफी संकरी है जिसकी वजह से बचाव कार्य में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. चूंकि आज मंगलवार है जिसकी वजह से काफी लोग काम पर निकले हुए थे इस वजह से बिल्डिंग में पुरुष और बच्चों की संख्या कम थी. इमारत के गिरने की वजह से चारों तरफ अफरा-तफरी का माहौल है. वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि मलबे से सबसे पहले एक 4-5 साल के बच्चे को निकाला गया है. बिल्डिंग जिस समय गिरी उस समय अधिकतर महिलाएं हैं.
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि इमारत सीधी गिरी है जिससे आसपास की बिल्डिंग को नुकसान नहीं पहुंचा है.
छत ढहने से उत्तर प्रदेश में 2 बच्चों की मौत और पांच घायल
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में भारी बारिश के कारण मंगलवार को शहर के नागफनी एरिया में देर रात छत ढहने से दो बच्चे मारे गये और परिवार के पांच अन्य लोग घायल हुए हैं. पुलिस ने बताया कि घटना के समय नौ लोग घर के अंदर थे. पुलिस उपाधीक्षक बलराम ने कहा, ‘दो बच्चों की मौत हो गई है, जबकि पांच लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह घटना इलाके में लगातार बारिश के कारण हुई. घर का रख-रखाव ठीक से नहीं हुआ था. यह एक कच्चा घर था. हम मामले की जांच कर रहे हैं.’
स्थानीय लोगों ने कहा, ‘हमने लगभग 5 बजे बहुत तेज आवाज सुनी. इसके बाद, हम घटनास्थल पर पहुंचे. हमने पाया कि दो और 10 साल के उम्र की दो लड़कियों की मौके पर ही मौत हो गई. परिवार के पांच अन्य लोगों को जिला अस्पताल ले जाया गया है.’