इंदौर (मध्यप्रदेश), 23 अप्रैल (भाषा) जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले में मरने वाले पर्यटकों में शामिल सुशील नथानियल (58) के स्थानीय रिश्तेदारों ने इस घटना को लेकर ग़म और गुस्सा जाहिर करते हुए बुधवार को सरकार से मांग की कि हमलावरों का खात्मा किया जाए।
अधिकारियों ने बताया कि नथानियल इंदौर से करीब 200 किलोमीटर दूर अलीराजपुर में भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के प्रबंधक के रूप में पदस्थ थे।
नथानियल की ममेरी बहन इंदु डावर ने ‘‘पीटीआई-भाषा’’ को बताया, ‘‘मेरा ममेरा भाई सुशील अपने परिवार के साथ कश्मीर घूमने गया था। हम चाहते हैं कि हमें न्याय मिले और हत्यारे आतंकियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।’’
डावर ने बताया कि नथानियल ईसाई समुदाय के थे और मौके पर मौजूद उनके परिजनों के मुताबिक, आतंकवादियों ने उनसे उनकी धार्मिक पहचान पूछकर उन्हें गोली मारी।
उन्होंने बताया कि आतंकी हमले में नथानियल की बेटी आकांक्षा (35) के पैर में गोली लगी और उसका जम्मू-कश्मीर में इलाज चल रहा है।
डावर ने बताया कि आतंकी हमले के दौरान नथानियल के साथ उनकी पत्नी जेनिफर (54) और उनका बेटा ऑस्टिन उर्फ गोल्डी (25) भी था। उन्होंने बताया कि इस घटना के दौरान मां-बेटे सुरक्षित बच गए, लेकिन वे बुरी तरह सदमे में हैं।
नथानियल की एक अन्य रिश्तेदार जेमा विकास ने बताया कि आतंकी हमले में मारे गए 58 वर्षीय एलआईसी अधिकारी ईस्टर के त्योहार के मौके पर अपने परिवार के साथ कश्मीर घूमने गए थे।
उन्होंने कहा, ‘‘इससे दु:खद और कुछ नहीं है कि त्योहार के मौके पर घूमने-फिरने गए पर्यटकों की खुशियां, मातम में बदल जाएं। हम चाहते हैं कि सरकार आतंकियों को फौरन ढूंढ कर उनका खात्मा करे।’’
इस बीच, इंदौर के जिलाधिकारी आशीष सिंह नथानियल के शोकसंतप्त रिश्तेदारों के पास पहुंचे और राज्य सरकार की ओर से उन्हें हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।
जिलाधिकारी ने बताया, ‘‘मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव नथानियल के शोकसंतप्त परिवार के बारे में पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। राज्य सरकार जम्मू-कश्मीर के प्रशासन के सतत संपर्क में है।’
उन्होंने बताया कि नथानियल का शव श्रीनगर से हवाई मार्ग के जरिये इंदौर लाया जाएगा और आतंकी हमले में घायल उनकी बेटी का पूरा इलाज कराया जाएगा। भाषा हर्ष मनीषा
मनीषा
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