नयी दिल्ली, 10 मार्च (भाषा) बिहार के विपक्षी सांसदों ने उत्तर प्रदेश के वाराणसी में अपने छात्रावास के कमरे में मृत पाई गई 17 वर्षीय किशोरी के लिए न्याय की मांग को लेकर सोमवार को संसद के बाहर विरोध-प्रदर्शन किया।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की सांसद मीसा भारती और मनोज झा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन के सांसद राजा राम सिंह और सुदामा प्रसाद तथा कांग्रेस सांसद मनोज सिंह ने किशोरी के लिए न्याय की मांग वाली तख्तियां थाम रखी थीं तथा उन्होंने नारेबाजी भी की।
विपक्षी सांसदों ने आरोप लगाया कि किशोरी की दुष्कर्म के बाद हत्या की गई। उन्होंने इस घटना की तुलना उत्तर प्रदेश के हाथरस में 2020 में 19 वर्षीय युवती के साथ बलात्कार एवं हत्या की घटना से की और मामले की गहन जांच की मांग की।
विपक्षी सांसदों ने कहा कि यह घटना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र में हुई है।
खबरों के मुताबिक, बिहार के सासाराम की 17 वर्षीय किशोरी, जो वाराणसी में नीट परीक्षा की तैयारी कर रही थी, एक फरवरी को अपने छात्रावास के कमरे में मृत पाई गई थी।
किशोरी के परिजनों ने कथित तौर पर आरोप लगाया है कि पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया और उनकी सहमति के बिना उसका अंतिम संस्कार कर दिया।
भाषा पारुल दिलीप
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