इंदौर (मध्यप्रदेश), 29 मई (भाषा) इंदौर में खुद के अपहरण की झूठी कहानी गढ़कर अपने परिवार से तीन लाख रुपये की फिरौती मांगने के आरोप में पुलिस ने 20 वर्षीय युवक और उसके तीन साथियों को बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया। पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि अपने महंगे शौकों के कारण आर्थिक संकट में फंसे नौजवान ने कर्ज चुकाने के लिए खुद के अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी थी।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त रामसनेही मिश्रा ने संवाददाताओं को बताया कि बाणगंगा थाने में यश राठौर (20) के पिता आनंद राठौर ने बुधवार को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि अज्ञात बदमाशों ने उनके बेटे का अपहरण कर लिया है और उसकी सुरक्षित रिहाई के लिए तीन लाख रुपये की फिरौती मांगी है।
मिश्रा के मुताबिक, पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि यश ने खुद के अपहरण की फर्जी कहानी गढ़ी थी और इसमें उसके तीन साथी-राहुल मेहरा (25), आदर्श चक्रवेदी (22) और धर्मेन्द्र लोधी (35) शामिल थे।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ने बताया,’मेहरा पर शहर के अलग-अलग थानों में 13 आपराधिक मामले दर्ज हैं। यश के अपहरण की फर्जी कहानी गढ़ने और फिरौती मांगने में मेहरा का अहम किरदार था।’
उन्होंने बताया,‘‘यश पर उसके महंगे शौकों के कारण काफी कर्ज हो गया था जिसके कारण उसे अपनी कार तक गिरवी रखनी पड़ी थी। कर्ज चुकाने के लिए उसने अपने अपहरण की फर्जी कहानी गढ़ी और तीन साथियों की मदद से अपने परिजनों से फिरौती मांगी।’’
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ने बताया कि यश और उसके तीन साथी शहर के सुपर कॉरिडोर के सर्विस रोड के पास सुनसान जगह पर कार में बैठे मिले और पूछताछ के बाद चारों को गिरफ्तार कर लिया गया।
मिश्रा ने बताया कि फर्जी अपहरण कांड की विस्तृत जांच की जा रही है।
भाषा हर्ष नोमान
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