इंदौर, 10 अप्रैल (भाषा) मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले में चलती ट्रेन में दो महीने के बालक के अपहरण के संदेह में राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने बुधवार को इंदौर जिले के एक दम्पति समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया। जीआरपी की एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पुलिस अधीक्षक (जीआरपी) मृगाखी डेका ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि छतरपुर के रहने वाले उमेश अहिरवार ने ग्वालियर के जीआरपी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई कि उनके दो महीने के बेटे को अज्ञात व्यक्ति ने चलती मालवा एक्सप्रेस से पांच अप्रैल (शुक्रवार) को देर रात उस समय अगवा कर लिया, जब वह और उनकी पत्नी सो रहे थे।
उन्होंने बताया कि अहिरवार वैष्णोदेवी की यात्रा के बाद अपनी पत्नी और नवजात बेटे के साथ मालवा एक्सप्रेस से घर लौट रहे थे और डबरा में उनकी नींद खुलने पर उन्हें अपनी संतान के गायब होने के बारे में पता चला।
डेका ने बताया कि इंदौर जिले के एक दम्पति ने यह दावा करते हुए इंदौर जीआरपी को यह बच्चा सोमवार दोपहर में सौंपा कि नवजात उन्हें इस रेल में लावारिस हालत में मिला था।
उन्होंने बताया, ‘हमारी पूछताछ के दौरान दम्पति के बयान एक-दूसरे से मेल नहीं खा रहे हैं। इसलिए उन्हें हिरासत में लेकर विस्तृत पूछताछ और जांच की जा रही है।’
डेका ने बताया कि दम्पति की एक महिला रिश्तेदार को भी हिरासत में लिया गया है, जो बच्चे के कथित अपहरण के वक्त उनके साथ रेल में सफर कर रही थी।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बच्चे के परिजनों ने उसकी पहचान कर ली है जिसके बाद उसकी मां को उसे दूध पिलाने की इजाजत दी गई है।
उन्होंने बताया कि कानूनी औपचारिकताएं पूरी करके बच्चे को उसकी मां को सौंप दिया जाएगा।
डेका ने बताया कि नवजात के कथित अपहरण के मामले में मानव तस्करी के संदेह से भी जांच की जा रही है।
भाषा हर्ष जितेंद्र
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