इंदौर (मध्यप्रदेश), 25 जुलाई (भाषा) इंदौर में पुलिस ने ‘लव जिहाद’ के कथित वित्तपोषण के मामले में महीने भर से फरार कांग्रेस के एक पार्षद की गिरफ्तारी पर घोषित इनाम की रकम 10,000 रुपये से बढ़ाकर 20,000 रुपये कर दी है। पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया ने बताया कि ‘लव जिहाद’ के कथित वित्तपोषण के मामले में स्थानीय कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी उर्फ डकैत की गिरफ्तारी पर पुलिस के एक उपायुक्त ने 10,000 रुपये का इनाम घोषित किया था।
उन्होंने बताया, ‘इनाम की इस रकम को पुलिस के एक अतिरिक्त आयुक्त ने बढ़ाकर 20,000 रुपये कर दिया है।’
दंडोतिया ने बताया कि अगर अगले कुछ दिनों में कांग्रेस पार्षद गिरफ्तार नहीं होता है, तो उसकी संपत्तियां कुर्क करने की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि शहर के दो युवकों-साहिल शेख और अल्ताफ शाह ने जून के दौरान पुलिस की पूछताछ में कथित तौर पर स्वीकार किया था कि युवतियों को प्रेम जाल में फंसाकर धर्मांतरित कराने के लिए उन्हें कादरी ने कुल तीन लाख रुपये दिए थे और यह रकम उन्होंने युवतियों पर खर्च की थी।
अधिकारी ने बताया कि दोनों युवकों को अलग-अलग मामलों में दो युवतियों से दुष्कर्म और अन्य आरोपों में गिरफ्तार किया गया था।
उन्होंने बताया कि दोनों युवकों के बयान के आधार पर कादरी के खिलाफ धन के दम पर धर्मांतरण की साजिश में शामिल होने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था जिसके बाद कादरी फरार हो गया था।
अधिकारी ने बताया कि कादरी के फरार होने के बाद जिला प्रशासन ने सार्वजनिक शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से कांग्रेस पार्षद को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत गिरफ्तार करने का आदेश जारी किया था।
उन्होंने बताया कि कादरी के खिलाफ शहर के अलग-अलग पुलिस थानों में 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
‘लव जिहाद’ शब्द का इस्तेमाल दक्षिणपंथी संगठन यह दावा करने के लिए करते हैं कि मुस्लिम पुरुष अन्य धर्मों की महिलाओं को इस्लाम में धर्मांतरित करने के लिए प्रेम के जाल में फंसाते हैं।
भाषा हर्ष मनीषा
मनीषा
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.