इंदौर, नौ जुलाई (भाषा) मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 90 डिग्री मोड़ वाले रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) की तकनीकी खामियों का मसला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि इंदौर में एक निर्माणाधीन आरओबी के कथित तौर पर त्रुटिपूर्ण डिजाइन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है।
हालांकि, विवाद के तूल पकड़ने पर प्रदेश सरकार ने इंदौर के आरओबी के डिजाइन में गड़बड़ी के दावों को खारिज करते हुए कहा है कि इसका निर्माण तय मानकों के मुताबिक किया जा रहा है।
इंदौर के लोकसभा सदस्य शंकर लालवानी ने निर्माणाधीन आरओबी के डिजाइन में प्रस्तावित तीखे मोड़ में बदलाव के लिए अधिकारियों को हिदायत देने के साथ ही राज्य के लोक निर्माण मंत्री को पत्र लिखा है।
लालवानी ने बुधवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि उन्हें जून के आखिर में एक सरकारी बैठक के दौरान नक्शा देखकर लगा था कि इंदौर के लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन के पास रेलवे फाटक पर बन रहे आरओबी के डिजाइन में 90 डिग्री का मोड़ प्रस्तावित है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने बैठक में सरकारी अधिकारियों से कहा था कि वे आरओबी के डिजाइन में बदलाव करके इस मोड़ को कम करें। मैंने इस बाबत प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह को पत्र भी लिखा है ताकि आरओबी के कारण हादसे और यातायात जाम होने की आशंकाओं को दूर किया जा सके।’’
लोक निर्माण मंत्री सिंह ने कहा कि इंदौर के 1,027.60 मीटर लंबे और 12 मीटर चौड़े आरओबी का डिजाइन तय मानकों के मुताबिक लोक निर्माण विभाग और रेलवे के संयुक्त सर्वेक्षण के माध्यम से तैयार किया गया है।
सिंह ने कहा, ‘‘इस आरओबी में कुल पांच टर्न (वक्र) हैं जिनका निर्माण भारतीय सड़क कांग्रेस (आईआरसी) के दिशा-निर्देशों के अनुसार किया जा रहा है। आईआरसी मानकों के अनुसार किसी कर्व का न्यूनतम रेडियस 15 मीटर होना चाहिए, जबकि इस आरओबी के सभी टर्न का रेडियस लगभग 20 मीटर है जिससे यह डिजाइन और संरचना की दृष्टि से पूरी तरह संतुलित और सुरक्षित है।’’
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने दावा किया है कि इंदौर में बनाए जा रहे आरओबी का आकार अंग्रेजी वर्णमाला के अक्षर ‘जेड’ जैसा है।
उन्होंने कहा, ‘इंदौर में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने इस आरओबी को लेकर आंखें मूंद रखी हैं। दूसरा पहलू यह भी हो सकता है कि मामला इसके निर्माण के भ्रष्टाचार में हिस्सेदारी के लिए कमीशनखोरी से जुड़ा हो।’
इंदौर में लक्ष्मीबाई नगर रेलवे स्टेशन के माल गोदाम के पास बन रहे आरओबी की एक भुजा शहर के पोलोग्राउंड औद्योगिक क्षेत्र तक पहुंचेगी। औद्योगिक क्षेत्र के नुमाइंदों ने भी इस आरओबी को लेकर आपत्ति जताई है।
निर्माणाधीन आरओबी के मुआयने के बाद पोलोग्राउंड इंडस्ट्रियलिस्ट्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष धनंजय चिंचालकर ने कहा, ‘इस आरओबी का डिजाइन त्रुटिपूर्ण है। निर्माण कार्य देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि इसका मोड़ बेहद तीखा है और ढलान थोड़ा ज्यादा है। अगर डिजाइन में बदलाव नहीं किया गया, तो यातायात शुरू होने के बाद आरओबी पर निश्चित रूप से हादसे होंगे।’
राज्य सरकार ने भोपाल में 90 डिग्री मोड़ वाले आरओबी के निर्माण में तकनीकी खामियों के लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए दो मुख्य अभियंताओं सहित सात अभियंताओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। भाषा हर्ष वैभव
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