सहारनपुर (उप्र), एक अक्टूबर (भाषा) सहारनपुर जिले में काग्रेस सांसद इमरान मसूद और समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक शाहनवाज खान को पिछले शुक्रवार को बरेली में हुई हिंसा के बाद वहां जाने से पहले ही मंगलवार देर रात पुलिस ने उनके घर में नजरबंद कर दिया।
मसूद और खान के घरों के बाहर मंगलवार देर शाम से ही बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया था।
सांसद इमरान मसूद ने बुधवार को अपने आवास पर संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ”हम गांधी विचारधारा के लोग हैं। हम दोनों सुबह छह बजकर 50 मिनट पर जाने वाली ट्रेन से बरेली जा रहे थे। वहां हमें पुलिस उप महानिरीक्षक और अन्य अधिकारियों से मुलाकात करनी थी और हमें डेढ़ बजे की ट्रेन से लौटना था। मगर हमें नजरबंद करके हमारा रास्ता रोक दिया गया।
मसूद ने कहा, ”सरकार अपनी नाकामियां छुपाने के लिये तरह—तरह के हथकण्डे अपना रही है।”
इस सवाल पर कि प्रशासन की दलील है कि राजनेताओं के बरेली जाने से वहां असामान्य स्थिति पैदा हो सकती है, मसूद ने कहा, ”सरकार और पुलिस ने ही वहां की स्थिति ‘असामान्य’ बनाई है। सरकार मुसलमानों को निशाना बनाकर उन पर कार्रवाई कर रही है। क्या हमारे लिये एक कानून होगा और दूसरों के लिये दूसरा होगा?”
मसूद ने कहा कि देश में अगर इस तरह का माहौल चल रहा होगा तो हमें होशियार होना पड़ेगा।
सांसद ने सवाल करते हुए कहा, ”फतेहपुर में जिस तरह मकबरे में घुसकर मजार पर तोडफोड़ और अराजकता हुई, तमाशा हुआ वहां, लोग बैरिकेडिंग तोड़कर अंदर घुसे और तोड़फोड़ की। वहां आज तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। मुजफरनगर की सड़कों पर लोगों ने होटलों को लूट लिया लेकिन वहां कोई कार्यवाही नही हुई। पोस्टर लेकर कोई लड़का खडा हो गया तो क्या आप उसके हाथ पैर तोड़ देंगे? उस पोस्टर में तो किसी के लिये नफरत नहीं थी।”
भाषा सं. सलीम मनीषा
मनीषा
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