भोपाल, 11 जून (भाषा) मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में ऐशबाग स्टेडियम के पास बना एक रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) आधिकारिक उद्घाटन से पहले ही चर्चा का विषय बन गया है क्योंकि इसमें 90 डिग्री का एक अजीबोगरीब मोड़ है, जिसे लेकर स्थानीय लोगों ने चिंता जताई है।
इस निर्माण कार्य से जुड़े अधिकारियों की दलील है कि जमीन की कम उपलब्धता और नजदीक में एक मेट्रो स्टेशन होने के कारण उनके पास कोई और विकल्प मौजूद नहीं था।
भोपाल के ऐशबाग स्टेडियम के सामने बन कर लगभग तैयार हो चुके इस रेलवे ओवरब्रिज से महामाई बाग और पुष्पा नगर सहित स्टेशन क्षेत्र के लोगों की आवाजाही सुनिश्चित होगी। इस ओवरब्रिज का निर्माण कार्य आरंभ होने के समय सरकार की ओर से कहा गया था कि इससे ऐशबाग क्षेत्र के लोगों को न तो फाटक पर इंतजार करना पड़ेगा और न ही लंबा चक्कर लगाने की जरूरत पड़ेगी।
सरकार का दावा था कि इस ओवरब्रिज के बन जाने से प्रतिदिन लगभग तीन लाख शहरी आबादी लाभान्वित होगी।
अधिकारियों के मुताबिक 18 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित इस रेलवे ओवरब्रिज की लंबाई 648 मीटर और चौड़ाई 8.5 मीटर है।
सोशल मीडिया पर उपयोगकर्ता और स्थानीय लोग भोपाल के इस रेलवे ओवरब्रिज की तस्वीर साझा कर रहे हैं और इसके डिजाइन पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
उनका कहना है कि यह मोड़ एक दुर्घटना संभावित क्षेत्र बन सकता है क्योंकि लगभग 90 डिग्री पर गाड़ियों को यहां पर मुड़ना होगा।
हालांकि, लोक निर्माण विभाग (सेतु विभाग) ने इसका बचाव किया। विभाग के मुख्य अभियंता वी डी वर्मा से जब ‘पीटीआई-भाषा’ ने इसके बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि ओवरब्रिज को रेलवे की जमीन पर बनाया गया है।
मुख्य अभियंता ने कहा, ‘‘मेट्रो स्टेशन होने के कारण वहां जमीन की उपलब्धता कम है। चूंकि जमीन नहीं थी, इसलिए इसका कोई विकल्प नहीं था। यह केवल दो कॉलोनी को जोड़ने के लिए बनाया गया है।’’
वर्मा ने कहा कि इस ओवरब्रिज पर केवल छोटे वाहन ही चलेंगे और बड़े व भारी वाहनों को इस पर आवागमन की अनुमति नहीं होगी।
उन्होंने दावा किया, ‘‘इसको इंडियन रोड कांग्रेस के निर्देश के अनुसार पूरी सुरक्षा के साथ वाहनों की कम रफ्तार के साथ संचालित किया जाएगा।’’
ऐशबाग रेलवे क्रॉसिंग बंद होने के बाद इस इलाके में रेलवे ओवरब्रिज की मांग हो रही थी। एक सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक इस ओवरब्रिज का निर्माण कार्य 21 मार्च 2023 को प्रारंभ हुआ था।
भाषा
ब्रजेन्द्र, रवि कांत रवि कांत
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.