नयी दिल्ली, तीन जनवरी (भाषा) अब तक देशभर के तीन करोड़ से अधिक छात्र एकेडेमिक बैंक ऑफ क्रेडिट्स (एबीसी) के लिए पंजीकरण करा चुके हैं। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने यह जानकारी दी।
एबीसी पोर्टल उचित क्रेडिट हस्तांतरण पद्धति के माध्यम से भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों में पाठ्यक्रम की रूपरेखा के लचीलेपन और छात्रों के बीच अंतर-विषयक या बहुविषयक अकादमिक गतिशीलता को बढ़ावा देता है।
यह प्रत्येक छात्र के क्रेडिट स्कोर का डिजिटल संग्रह है जो उन्हें निर्बाध तरीके से उनके स्कोर को जानने और एक विश्वविद्यालय या कॉलेज से दूसरे संस्थान में क्रेडिट हस्तांतरित करने की सुविधा प्रदान करता है।
यूजीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘अभी तक, तीन करोड़ छात्र एबीसी के मंच से जुड़ गए हैं और प्रक्रिया अभी जारी है। राष्ट्रीय क्रेडिट रूपरेखा के सफल कार्यान्वयन के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है जो छात्रों को अधिक विकल्प प्रदान करता है।’’
अधिकारी के अनुसार, ‘‘अगर कोई छात्र अपने अध्ययन के दौरान कोई पाठ्यक्रम करता है, उसके क्रेडिट बैंक में जमा होते रहेंगे।’’
यूजीसी सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को समय-समय पर पत्र लिखकर कह रहा है कि प्रत्येक छात्र का एक खाता होना चाहिए और इसकी नियमित रूप से निगरानी भी हो रही है।
भाषा वैभव प्रशांत
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