पालघर, सात मई (भाषा) महाराष्ट्र के पालघर जिले में बेमौसम बारिश और आंधी के कारण 760 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि बिजली का करंट लगने से एक बुजुर्ग की मौत भी हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि मूसलाधार बारिश और तेज हवाओं के कारण मछुआरों की करीब 50 नौकाएं भी क्षतिग्रस्त हो गईं।
मुंबई और उससे सटे ठाणे, पालघर, रायगढ़ जिलों सहित महाराष्ट्र के कई हिस्सों में मंगलवार रात भारी बारिश हुई।
पालघर जिले के आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के प्रमुख विवेकानंद कदम ने बुधवार को बताया, ‘‘मंगलवार रात तूफान और भारी बारिश ने पालघर के कई तालुकाओं को बुरी तरह प्रभावित किया, जिससे 767 घरों को नुकसान पहुंचा। दहानु में सबसे अधिक 230 घरों को नुकसान पहुंचा, इसके बाद विक्रमगढ़ और वाडा में 92-92, जव्हार में 89, मोखाडा में 87, पालघर में 85, तलासरी में 63 और वसई में 29 घर क्षतिग्रस्त हुए।’’
उन्होंने बताया कि तेज हवाओं के कारण टूटकर गिरे बिजली के तार पर मोरेश्वर लोहार (65) ने गलती से पैर रख दिया, जिससे करंट लगकर उसकी मौत हो गई। यह घटना वेदी गांव में उस समय हुई जब लोहार बकरियां चराने गया था।
कदम ने बताया कि दहानु के धकाती गांव में मछुआरों की करीब 50 नौकाएं और 10 से 12 घर क्षतिग्रस्त हो गए।
सूचना मिलने पर पालघर के जिलाधिकारी डॉ. इंदु रानी जाखड़ ने स्थिति का आकलन करने और जिले के कुछ हिस्सों में मदद उपलब्ध कराने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम भेजी।
अधिकारियों ने प्रभावित मछुआरों और निवासियों से मुलाकात की, जिन्हें सरकारी सहायता उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया।
उपजिलाधिकारी महेश सागर ने कहा, ‘‘प्रशासन उन लोगों के साथ खड़ा है जिन्हें नुकसान हुआ है। सरकारी मानदंडों के अनुसार, प्रभावित नागरिकों को उचित मुआवजा दिया जाएगा। मूल्यांकन प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है।’’
इस बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बुधवार को जिले के लिए बादलों की गरज के साथ बारिश और तेज़ हवाओं के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया। लोगों से आग्रह किया गया कि जब तक बहुत ज़रूरी न हो, वे घर के अंदर ही रहें।
भाषा यासिर रंजन
रंजन
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.