अगरतला, नौ जुलाई (भाषा) दक्षिण त्रिपुरा जिले में आई बाढ़ के कारण 100 से अधिक परिवार बेघर हो गए हैं। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
जिले के सभी स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र बुधवार को एहतियातन बंद हैं।
जिला प्रशासन ने मंगलवार को लगातार बारिश के कारण आई बाढ़ के मद्देनजर निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से सतर्क रहने को कहा है।
मुहुरी नदी का जलस्तर खतरे के निशान (15.70 मीटर) से ऊपर है जिससे तटबंध के दोनों ओर बाढ़ आ गई है।
दक्षिण त्रिपुरा के जिलाधिकारी (डीएम) मुहम्मद सज्जाद ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘सोमवार रात से लगातार हो रही बारिश के कारण बेलोनिया और संतिरबाजार उप-मंडलों के कई निचले इलाके बाढ़ के पानी में डूब गए हैं। इसके कारण 118 परिवारों के 289 लोगों ने 10 राहत शिविरों में शरण ली है।’’
उन्होंने बताया कि मुहुरी में जलस्तर 15.70 मीटर पर पहुंच गया है जो खतरे के निशान से थोड़ा ऊपर है लेकिन पिछले कुछ घंटों में बारिश की तीव्रता में उल्लेखनीय कमी आई है।
सज्जाद ने कहा कि निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को जरूरत पड़ने पर सुरक्षित निकासी के लिए सतर्क रहने को कहा गया है।
उन्होंने कहा, ‘‘आपदा प्रबंधन दल और नगर निकाय अधिकारी हर संभव मदद के लिए तैयार हैं और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।’’
सज्जाद ने कहा कि अचानक आई बाढ़ के मद्देनजर बुधवार को सभी स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र बंद रहेंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री माणिक साहा ने जिले में बाढ़ की ताजा स्थिति की जानकारी ली और प्रभावित लोगों की मदद के लिए हर संभव कदम उठाने को कहा।’’
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने दक्षिण त्रिपुरा जिले के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ (तैयार रहें) जारी किया है और मध्यम से भारी बारिश की भविष्यवाणी की है तथा बुधवार के लिए गोमती और सिपाहीजाला जिलों के लिए ‘येलो अलर्ट’ (सतर्क रहें) जारी किया है।
मौसम विभाग देश में मौसम संबंधी अलर्ट जारी करने के लिए चार रंगों का उपयोग करता है। ये रंग और इनके संदेश…. ग्रीन (किसी कार्रवाई की जरूरत नहीं), येलो (नजर रखें और निगरानी करते रहें), ऑरेंज (तैयार रहें) और रेड (कार्रवाई/सहायता की जरूरत) हैं।
भाषा सिम्मी मनीषा
मनीषा
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