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रविवार, 25 मई, 2025
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महाराष्ट्र में 35 साल बाद इतनी जल्दी मानसून ने दी दस्तक

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मुंबई, 25 मई (भाषा) दक्षिण-पश्चिम मानसून ने रविवार को महाराष्ट्र में दस्तक दी। इसी के साथ राज्य में 35 वर्षों में पहली बार इतनी जल्दी मानसून पहुंचा है। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी)ने बताया कि अगले तीन दिनों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के मुंबई और कुछ अन्य भागों तक पहुंचने की उम्मीद है।

आईएमडी की वैज्ञानिक सुषमा नायर ने बताया कि 1990 में दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 20 मई को महाराष्ट्र में दस्तक दी थी।

आईएमडी ने बताया कि मानसून रविवार को अरब सागर के कुछ और हिस्सों, कर्नाटक, पूरे गोवा, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, उत्तरी बंगाल की खाड़ी, तथा मिजोरम के कुछ हिस्सों, मणिपुर और नगालैंड के कुछ हिस्सों तक पहुंच गया।

इसमें कहा गया कि मानसून की मौजूदा उत्तरी सीमा देवगढ़, बेलगावी, कावेरी, मांड्या, धर्मपुरी, चेन्नई, आइजोल और कोहिमा आदि है।

आईएमडी ने कहा, ‘‘मानसून के मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों, मुंबई सहित महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों, बेंगलुरु सहित कर्नाटक, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, तमिलनाडु के शेष हिस्सों, पश्चिम-मध्य और उत्तरी बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों तथा अगले तीन दिनों के दौरान पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।’’

महाराष्ट्र में तटीय कोंकण क्षेत्र और मुंबई में पिछले दो दिनों से भारी मानसून-पूर्व वर्षा हो रही है।

पुणे के बारामती और इंदापुर तहसीलों में रविवार को भारी बारिश हुई, जिससे कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई।

इसके बाद जिलाधिकारी के तत्काल अनुरोध पर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) को विशेष टीम तैनात करनी पड़ी।

अधिकारियों ने बताया कि बारामती तहसील में दिन में 83.6 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि इंदापुर में यह आंकड़ा 35.7 मिमी रहा।

पुणे (ग्रामीण) के पुलिस अधीक्षक संदीप सिंह गिल ने बताया कि इंदापुर के पास पुणे-सोलापुर राजमार्ग का एक हिस्सा जलभराव के कारण लगभग दो घंटे तक बंद रहा, लेकिन पानी कम होने के बाद यातायात फिर से शुरू हो गया।

जिले के पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि इंदापुर के 70 गांवों के कई घरों और बारामती के 150 घरों में बारिश का पानी घुस गया, जिससे स्थानीय अधिकारियों को निवासियों को तुरंत सुरक्षित स्थान पर ले जाने के लिए मजबूर होना पड़ा।

एक अधिकारी ने बताया, ‘‘जिलाधिकारी की आपातकालीन मांग के आधार पर एनडीआरएफ ने बारामती और इंदापुर में बचाव और राहत अभियान चलाने के लिए दो विशेष टीम तैनात की है। बारामती में 19 घरों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। कटेवाड़ी में, पानी से भरे अपने घर में फंसे सात लोगों के एक परिवार को स्थानीय लोगों और अधिकारियों ने बचाया। जलोची गांव में, मोटरसाइकिल के बह जाने के बाद एक नाले में फंसे रूपेश सिंह को दमकल कर्मियों बचाया।’’

इस बीच बारामती से लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले ने एक संदेश में राज्य के उच्च शिक्षा मंत्रालय से पुणे जिले में भारी बारिश के कारण सोमवार को निर्धारित विभिन्न विभागों की परीक्षाएं स्थगित करने का अनुरोध किया।

दक्षिण-पश्चिम मानसून ने शनिवार को केरल में दस्तक दी। वर्ष 2009 के बाद से ऐसा पहली बार है जब मानसून इतनी जल्दी केरल पहुंचा है। साल 2009 में मानसून 23 मई को केरल पहुंचा था।

सामान्य तौर पर दक्षिण-पश्चिम मानसून एक जून तक केरल में दस्तक देता है तथा आठ जुलाई तक पूरे देश में पहुंच जाता है। मानसून 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू कर देता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस लौट जाता है।

यह आमतौर पर सात जून के आसपास महाराष्ट्र और 11 जून को मुंबई पहुंचता है।

भाषा धीरज देवेंद्र

देवेंद्र

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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