अगरतला, 21 जनवरी (भाषा) केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को कहा कि पूर्वोत्तर किसी समय भ्रष्टाचार के लिए जाना जाता था लेकिन अब दिल्ली से भेजे गये पैसों का इस्तेमाल क्षेत्र के विकास के लिए किया जाता है।
त्रिपुरा के 50वें स्थापना दिवस के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पूर्वोत्तर राज्यों में तेजी से विकास सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली और पूर्वोत्तर के बीच की खाई को कम करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अगले 25 वर्षों में त्रिपुरा के विकास की योजना एक दृष्टि दस्तावेज ‘लक्ष्य त्रिपुरा’ में रखी गई है।
शाह ने कहा कि सड़कों, रेलवे के माध्यम से राज्य की ‘कनेक्टिविटी’ के लिए व्यापक बुनियादी ढांचे का निर्माण किया गया और पड़ोसी देश बांग्लादेश के माध्यम से बेहतर संपर्क के लिए पहल की गई।
उन्होंने कहा कि जिस राज्य में पूर्वोत्तर राज्य का प्रवेश द्वार होने की क्षमता है, उसे अब अगरतला-अखौरा रेलवे द्वारा देश के बाकी हिस्सों से जोड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि 15 किलोमीटर लंबा अगरतला-अखौरा रेल संपर्क बनाया गया है जो कोलकाता तक पहुंचने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे मार्ग को बांग्लादेश रेलवे से जोड़ेगा।
शाह ने कहा, त्रिपुरा के अंतिम राजा ‘महाराजा बीर बिक्रम किशोर माणिक्य बहादुर’ ने फैसला किया था कि त्रिपुरा विभाजन के बाद भारतीय क्षेत्र में शामिल हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि जब मुस्लिम घुसपैठिए विभाजन के बाद त्रिपुरा में प्रवेश कर रहे थे तो महाराजा की पत्नी महारानी कंचनप्रव देवी ने तत्कालीन केंद्रीय गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल से संपर्क किया था, जिन्होंने भारतीय संघ में त्रिपुरा को शामिल कराये जाने के संबंध में हस्तक्षेप किया था।
उन्होंने कहा, ‘‘महाराजा के योगदान का सम्मान करने के लिए मोदी सरकार ने अपनी नीति बदली और उनके नाम पर अगरतला हवाई अड्डे का नाम बदल दिया गया।’’
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 30 साल से चली आ रही ब्रू शरणार्थी समस्या का भी समाधान किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘37 हजार ब्रू लोग मुख्यधारा में शामिल हो रहे हैं … केंद्र सरकार ब्रू लोगों को स्थायी रूप से बसने में सहायता करने के लिए उत्सुक है।’’
शाह ने कुछ साल पहले तक त्रिपुरा पर शासन करने वाली मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “दो दशकों से अधिक समय तक रहे कम्युनिस्ट शासन ने राज्य को सर्वांगीण विकास के मामले में पिछड़ा रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी। उनका मुख्य एजेंडा राजनीतिक विरोधियों पर हमला करना था। भारतीय जनता पार्टी के लगभग 450 कार्यकर्ताओं पर हमला किया गया, उनमें से कुछ त्रिपुरा में कम्युनिस्ट शासन के दौरान मारे गए थे।’’
शाह ने राज्य को तेजी से आर्थिक विकास की राह पर ले जाने के लिए मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब और उनकी टीम की भी प्रशंसा की।
उन्होंने बताया, ‘‘त्रिपुरा को ‘डबल इंजन’ सरकार का लाभ मिल रहा है। प्रति व्यक्ति आय वर्ष 2017-18 में एक लाख रुपये से बढ़कर 2020-21 में 1,30,000 रुपये हो गई। इसी तरह किसानों की आय वित्त वर्ष 2017-18 में 6580 रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2020-21 में 11,096 रुपये हो गई।’
भाषा
देवेंद्र नरेश
नरेश
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