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Tuesday, 5 November, 2024
होमदेशED का छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं के यहां छापे, बघेल बोले- अडाणी मामले से ध्यान भटकाने का प्रयास

ED का छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं के यहां छापे, बघेल बोले- अडाणी मामले से ध्यान भटकाने का प्रयास

ईडी द्वारा उन लोगों की जांच की जा रही है जो वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान कथित कोयला लेवी घोटाले के लाभार्थी रहे हैं.

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नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईड) ने कोयला लेवी मनी लॉन्ड्रिंग मामले की चल रही जांच के तहत सोमवार को कांग्रेस पार्टी के नेताओं से जुड़े परिसरों सहित छत्तीसगढ़ में कई स्थानों पर तलाशी ली.

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 24 से 26 फरवरी तक कांग्रेस पार्टी का तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन होना है. इससे पहले ईडी के छापे ने यहां राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है. राज्य में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली पार्टी का शासन है.

कांग्रेस नेताओं से जुड़े परिसरों पर ईडी के छापे को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए कहा कि महाधिवेशन की तैयारियों में लगे साथियों को इस तरह रोककर हमारे हौंसले नहीं तोड़े जा सकते.

बघेल ने एक ट्वीट में कहा, ‘छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष, पार्टी के पूर्व उपाध्यक्ष और एक विधायक सहित मेरे कई साथियों के घरों पर आज ईडी ने छापा मारा. चार दिनों के बाद रायपुर में कांग्रेस का महाधिवेशन है. तैयारियों में लगे साथियों को इस तरह रोककर हमारे हौंसले नहीं तोड़े जा सकते.’

बता दें कि ईडी द्वारा उन लोगों की जांच की जा रही है जो वर्तमान सरकार के कार्यकाल के दौरान कथित कोयला लेवी घोटाले के लाभार्थी रहे हैं.

अधिकारियों ने बताया कि भिलाई (दुर्ग जिला) में विधायक देवेंद्र यादव, छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, छत्तीसगढ़ राज्य भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सुशील सन्नी अग्रवाल, पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता आरपी सिंह समेत अन्य नेताओं के एक दर्जन से अधिक ठिकानों पर सोमवार सुबह से ही छापेमारी की जा रही है.

बघेल ने आगे कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की सफलता से और अडाणी की सच्चाई खुलने से भाजपा हताश है. यह छापा ध्यान भटकाने का प्रयास है. देश सच जानता है. हम लड़ेंगे और जीतेंगे.’

ईडी ने कहा है यह जांच एक बड़े घोटाले से संबंधित है जिसमें वरिष्ठ नौकरशाहों, व्यापारियों, राजनेताओं और बिचौलियों से जुड़े समूह द्वारा छत्तीसगढ़ में परिवहन किए गए प्रत्येक टन कोयले के लिए 25 रुपये की अवैध उगाही की जा रही थी.

इस मामले में अब तक राज्य प्रशासनिक सेवा की अधिकारी चौरसिया, व्यवसायी सूर्यकांत तिवारी, उनके चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी, छत्तीसगढ़ कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी समीर विश्नोई और एक अन्य कोयला व्यवसायी सुनील अग्रवाल सहित नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है.


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