ठाणे, 26 फरवरी (भाषा) महाराष्ट्र राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष सुशीबेन शाह ने सोमवार को एक मॉल जाने के दौरान बस के अंदर छात्राओं से हुए छेड़छाड़ के हालिया प्रकरण को परेशान करने वाली घटना बताया और कहा कि स्कूलों को ऐेसी घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए हर प्रयास करने होंगे।
यह घटना 20 फरवरी को उस समय हुई जब ठाणे के एक निजी स्कूल की छात्राएं मुंबई के घाटकोपर स्थित एक मॉल में पिकनिक पर गए थे। एक छात्रा ने पुलिस से शिकायत दी कि बस परिचालक ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया है। छात्रा की शिकायत के बाद पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू की और परिचालक को गिरफ्तार कर लिया। वहीं, इस मामले में स्कूल के कुछ कर्मचारियों को भी बर्खास्त कर दिया गया।
शाह ने संवाददाताओं से कहा, ”इस परेशान कर देने वाली घटना में स्कूल प्रबंधन पूरी तरह से जिम्मेदार है। स्कूलों में बच्चों के अनुकूल माहौल बनाने की जरूरत है। स्कूल प्रबंधन को सार्वजनिक रूप से स्वीकार करना चाहिए कि वह अपनी जिम्मेदारी निभाने में विफल रहा।”
शाह ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि स्कूल प्रबंधन को बच्चों की सुरक्षा का ध्यान रखना चाहिए और उसकी जिम्मेदारी ऐसी यात्राओं के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) देने से कहीं अधिक है।
एमएससीपीसीआर अध्यक्ष ने कहा कि उनका इरादा राज्य की सभी शैक्षणिक सुविधाओं में ‘बाल सुरक्षा अभियान’ को तेज करने का है।
उन्होंने कहा, ”20 फरवरी की घटना के पीड़ितों और उनके माता-पिता की काउंसलिंग की जाएगी। मैं व्यक्तिगत रूप से जांच की निगरानी करूंगी।”
शाह ने ऐसी यात्राओं पर प्रतिबंध लगाने के बजाय बच्चों की पूर्ण सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने स्कूलों के व्यावसायीकरण पर भी अफसोस जताया।
भाषा प्रीति माधव
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