scorecardresearch
Friday, 22 November, 2024
होमदेशइज़रायल-हमास युद्ध पर बोले मोहन भागवत— भारत ने ऐसे मुद्दों पर कभी युद्ध नहीं देखा, हमारी संस्कृति अलग

इज़रायल-हमास युद्ध पर बोले मोहन भागवत— भारत ने ऐसे मुद्दों पर कभी युद्ध नहीं देखा, हमारी संस्कृति अलग

RSS प्रमुख ने कहा कि हमारे पास एक ऐसी संस्कृति है जो सभी धर्मों और वर्गों का सम्मान करती है. हमारे देश में ऐसे मुद्दों पर कभी युद्ध नहीं हुए हैं. हम सबको लेकर चलते हैं.

Text Size:

नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि जिन मुद्दों पर इज़रायल और हमास लड़ रहे हैं, उन पर भारत ने कभी युद्ध नहीं देखा है.

महाराष्ट्र के नागपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए भागवत ने कहा, “भारत ने उन मुद्दों पर कभी युद्ध नहीं देखा है जिन पर इज़रायल और हमास लड़ रहे हैं क्योंकि हमारे पास एक ऐसी संस्कृति है जो सभी धर्मों और वर्गों का सम्मान करती है. वह हिंदू धर्म है. हर जगह, युद्ध चल रहा है. आपने यूक्रेन युद्ध के बारे में सुना होगा, अभी हमास और इज़रायल के बीच युद्ध हो रहा है. हमारे देश में ऐसे मुद्दों पर कभी युद्ध नहीं हुए हैं, हमारी ऐसी लड़ाई कभी नहीं हुई है, हम ऐसे मुद्दों पर किसी से भी नहीं लड़ते हैं.” 

हमास ने 7 अक्टूबर को इज़रायल पर भीषण आतंकी हमला किया, जिसमें 1400 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 3000 से ज्यादा लोग घायल हो गए.

जवाब में, इज़रायल ने गाजा पट्टी में हमास की कई आतंकी इकाइयों पर हमला करते हुए एक मजबूत जवाबी हमला किया. गाजा पर इज़रायली हमलों में कम से कम 4,385 फिलिस्तीनी मारे गए हैं.

साथ ही युद्ध आज 16वें दिन में प्रवेश कर गया है.

इस बीच, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम जैसे देशों के अलावा भारत ने भी इज़रायल के साथ एकजुटता दिखाई है. 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “भारत के लोग इस कठिन समय में इज़रायल के साथ मजबूती से खड़े हैं. भारत आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों की दृढ़ता से और स्पष्ट रूप से निंदा करता है.”

हालांकि, सरकार के रुख की विपक्षी नेताओं ने निंदा की क्योंकि वह फिलिस्तीन के साथ भी सौहार्दपूर्ण संबंध साझा कर रही है.

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तक भारत फिलिस्तीन के साथ करीबी रिश्ते रखता रहा है.

भारत इज़रायल के सबसे बड़े हथियार ग्राहकों में से एक है.

केंद्र सरकार का कहना है कि “आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा की जानी चाहिए”.

हालांकि फिलिस्तीन के गाजा स्थित एक अस्पताल में हुए विस्फोट में कई नागरिकों की जान चले जाने के बाद एक “कूटनीतिक” कदम के तहत प्रधानमंत्री मोदी ने इस पर दुख व्यक्त किया.

पीएम ने एक्स पर पोस्ट किया, “मैंने फिलिस्तीनी प्राधिकरण के राष्ट्रपति महामहिम महमूद अब्बास से बात की. गाजा के अल अहली अस्पताल में नागरिक जीवन की हानि के लिए अपनी संवेदना व्यक्त की. हम फिलिस्तीनी लोगों को मानवीय सहायता भेजना जारी रखेंगे. आतंकवाद के बारे में हमने एक दूसरे से गहरी चिंता साझा की.”


यह भी पढ़ें: अगर हिंदू बहुसंख्यकवाद गलत है तो बहुजनवाद कैसे सही हुआ? सवाल वाजिब है और जवाब जरूरी


 

share & View comments