scorecardresearch
शुक्रवार, 2 मई, 2025
होमदेशमोदी ने आदि शंकराचार्य को याद किया, पोप फ्रांसिस को श्रद्धांजलि दी

मोदी ने आदि शंकराचार्य को याद किया, पोप फ्रांसिस को श्रद्धांजलि दी

Text Size:

(तस्वीरों के साथ)

तिरुवनंतपुरम, दो मई (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को यहां विड़िण्गम अंतरराष्ट्रीय बहुउद्देशीय बंदरगाह के उद्घाटन समारोह में आदि शंकराचार्य को याद किया और पोप फ्रांसिस को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिनका हाल ही में निधन हो गया था।

राष्ट्रीय विकास के साथ-साथ विपक्षी इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) पर निशाना साधते हुए अपने भाषण में मोदी ने देश की आध्यात्मिक चेतना को जागृत करने में आदि शंकराचार्य के योगदान का उल्लेख किया – जो उनकी पार्टी के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के विचार का प्रतीक हैं।

इसके साथ ही, मोदी ने पोप के निधन पर शोक व्यक्त कर राज्य की महत्वपूर्ण ईसाई आबादी तक भाजपा की पहुंच को मजबूत करने का भी प्रयास किया।

केरल के मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता पिनराई विजयन की अध्यक्षता में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने याद दिलाया कि तीन साल पहले उन्हें केरल में आदि शंकराचार्य की जन्मस्थली, कालडी जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था।

कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य तथा लोकसभा सदस्य शशि थरूर भी इस अवसर पर मौजूद थे।

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र काशी के विश्वनाथ धाम परिसर में आदि शंकराचार्य की भव्य प्रतिमा स्थापित किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह प्रतिमा दार्शनिक के असीम आध्यात्मिक ज्ञान और शिक्षाओं के प्रति श्रद्धांजलि है।

मोदी ने उत्तराखंड के पवित्र केदारनाथ धाम में आदि शंकराचार्य की एक और प्रतिमा के अनावरण के गौरव का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि बंदरगाह के चालू होने का दिन और केदारनाथ धाम के भक्तों के लिए फिर से खुलने का दिन संयोग से एक ही है।

प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि आदि शंकराचार्य ने देश भर में मठों की स्थापना की और राष्ट्र की आध्यात्मिक चेतना को जागृत करने में मदद की। उन्होंने कहा कि शंकराचार्य के प्रयासों ने एकीकृत और आध्यात्मिक रूप से प्रबुद्ध भारत की नींव रखी।

केरल को सद्भाव और सहिष्णुता की भूमि बताते हुए मोदी ने कहा कि दुनिया के सबसे पुराने धार्मिक स्थलों में से एक सेंट थॉमस चर्च की स्थापना सदियों पहले यहीं की गई थी।

उन्होंने पोप फ्रांसिस के निधन के बाद हाल ही में विश्व भर में शोक की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अंतिम संस्कार में भारत का प्रतिनिधित्व किया तथा राष्ट्र की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित की।

पोप को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मोदी ने उनकी सेवा भावना और ईसाई परंपरा में समावेशिता को बढ़ावा देने के प्रयासों की प्रशंसा की तथा कहा कि विश्व उनके योगदान को सदैव याद रखेगा।

उन्होंने पोप फ्रांसिस के साथ उनकी व्यक्तिगत मुलाकातों पर भी विचार व्यक्त किए तथा उनके गर्मजोशी भरे व्यवहार तथा मानवता, सेवा और शांति पर उनके द्वारा की गई प्रेरणादायी चर्चाओं के लिए आभार व्यक्त किया।

भाषा प्रशांत नरेश

नरेश

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

share & View comments