scorecardresearch
Monday, 23 December, 2024
होमदेश50 फोन लाइन, 4 कंट्रोल रूम- ऐसे लड़ रहे हैं मोदी सरकार के मंत्री कोरोनावायरस से

50 फोन लाइन, 4 कंट्रोल रूम- ऐसे लड़ रहे हैं मोदी सरकार के मंत्री कोरोनावायरस से

कोरोना से लड़ने और राज्यों के साथ समन्वय स्थापित करने से लेकर दुनिया भर के मामलों की ट्रैकिंग के प्रयासों का मार्गदर्शन नॉर्थ ब्लॉक कर रहा हैं, जिसकी निगरानी अमित शाह अपने आवास से कर रहे हैं.

Text Size:

नई दिल्ली: पचास फोन लाइनें, कई स्क्रीन, शीर्ष सिविल सेवकों की 10 घंटे की शिफ्ट और राज्य मंत्रियों के लिए 12 घंटे की शिफ्ट लगायी गयी है. इस तरह से गृह मंत्रालय काम कर रहा है. मंत्री अपने कार्यालयों में सोते हैं. नॉर्थ ब्लॉक में केंद्रीय गृह मंत्रालय के कार्यालय को कोविड-19 महामारी के खिलाफ नरेंद्र मोदी सरकार ने ‘युद्ध कक्ष’ में बदल दिया गया है.

सरकार के एक सूत्र के अनुसार सभी कोरोनोवायरस संबंधी जानकारी की निगरानी के लिए भवन में चार नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं और गृह मंत्री अमित शाह द्वारा उनके आवास से नज़र रखी जा रही है.

शाह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अधिकारियों से मिलते हैं. लेकिन उनकी पूरी टीम, जिसमें जूनियर मंत्री जी किशन रेड्डी और नित्यानंद राय शामिल हैं, को नॉर्थ ब्लॉक में रात में काम करने के लिए तैनात किया गया है.

एक अन्य सूत्र ने कहा कि रेड्डी और राय 12-घंटे की शिफ्ट में हैं और नॉर्थ ब्लॉक में अपने कार्यालयों में सो रहे हैं.

दूसरे सूत्र ने कहा, ‘यह रोटेशन पर हो रहा है. जहां एक रात राय ऑफिस में होते हैं, वहीं दूसरी रात रेड्डी होते हैं. उन्हें यह सुनिश्चित करना है कि आपातकाल या संकट की स्थिति में कुछ वरिष्ठ अधिकारी कार्यालय में मौजूद हों.

सूत्र ने कहा, ‘मंत्रियों के अलावा, संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी भी बिना किसी ब्रेक के आठ घंटे के रोस्टर पर काम कर रहे हैं.’

दो प्रमुख टीमें

एक विशिष्ट टीम है, जिसे स्वास्थ्य मंत्रालय और सभी राज्य स्वास्थ्य विभागों से सभी कोविड-19- से संबंधित डेटा समेटने के लिए जिम्मा सौंपा गया है, जबकि किसी अन्य प्रश्न के लिए सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ समस्या के लिए एक अन्य टीम को जिम्मा सौंपा गया है.

डेटा के साथ काम करने वाली टीम पाई-चार्ट, ग्राफ़ और तुलनात्मक समयसीमा के रूप में आंकड़ों को संकलित करती है, जो दुनिया भर के विभिन्न देशों में कोरोनावायरस के प्रसार को दिखाती है और भारत की स्थिति को भी दर्शाती है.

सरकार ने सूत्र ने कहा, ‘यह सभी डाटा को जोड़कर यह दिखता है कि भारत दुनिया के अन्य देशों की तुलना में कोविड-19 के मामलों में कहां पर खड़ा है.’

यह अमेरिका, इटली और स्पेन जैसे अन्य देशों की तुलना में महामारी के पहले सप्ताह में भारत में कितने मामले और मौतें हुईं इसका सारा डेटा होता है. यह हमें कोरोनावायरस की संक्रमण के बढ़ने पर एक तथ्यात्मक स्थिति देने में मदद करता है.

राज्यों के साथ समन्वय करने वाली टीम पर सूत्र ने कहा, ‘हमें कई राज्यों से उनके मुद्दों के बारे में कॉल मिलती हैं. कई मुद्दों को हल करने की आवश्यकता है जो राज्य-विशिष्ट हैं. लॉकडाउन को लागू करने के तरीके के बारे में कई प्रक्रियाओं पर संदेह है. कई स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में प्रश्न हैं.

हम राज्यों के मुद्दों को हल करने का भी प्रयास करते हैं. यह राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के बीच संपर्क स्थापित करने के लिए एक महत्वपूर्ण समय है और हम यह सुनिश्चित करते हैं कि हम ऐसा करें.

सभी मंत्रालयों के अधिकारी एक ही छत के नीचे

सभी स्वास्थ्य सलाह, सूचनाएं, मानक संचालन प्रक्रिया, लॉकडाउन पर दिशा-निर्देश या कोविड -19 से संबंधित कोई जानकारी को नॉर्थ ब्लॉक में कंट्रोल रूम से भेजा जा रहा है.

एक अन्य सूत्र ने कहा कि सभी मंत्रालयों के प्रतिनिधियों- स्वास्थ्य, शिक्षा, श्रम, कौशल विकास और अन्य – अपने संबंधित मंत्रालयों से संबंधित मुद्दों को देखने के लिए नियंत्रण कक्ष में मौजूद हैं.

सूत्रों ने कहा कि मंत्री इन नियंत्रण कक्षों में अधिकारियों के लगातार संपर्क में हैं. सूत्र ने कहा, ‘सभी वरिष्ठ अधिकारी यह सुनिश्चित करने के लिए अथक परिश्रम कर रहे हैं कि कोविड -19 से संबंधित आवश्यक कदम उठाए जाएं और इन नियंत्रण कक्षों से संचार किया जाए.’

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)

share & View comments