उन्होंने अलग से बयान देते हुए कहा कि सरकार ने जम्मू एवं कश्मीर को दो अलग केंद्र शासित राज्यों- जम्मू एवं कश्मीर तथा लद्दाख में विभाजित करने का संकल्प पेश किया. शाह ने कहा, ‘यह कदम सीमा पार आतंकवाद के बढ़ते खतरे को देखते हुए लिया गया है.
– गृहमंत्री अमित शाह ने कहा, ‘हम धर्म की राजनीति में विश्वास नहीं करते हैं, वोटबैंक की राजनीति क्या है? कश्मीर में केवल मुसलमान रहते हैं? तुम क्या कहना चाहते हो? मुस्लिम, हिंदू, सिख, जैन, बौद्ध सभी वहां रहते हैं. यदि 370 अच्छा है तो यह सभी के लिए अच्छा है, यदि यह बुरा है तो यह सभी के लिए बुरा है.
-राज्यसभा में अमित शाह ने कहा, ‘मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों को बताना चाहता हूं कि राज्य को 370 और 35A का क्या नुकसान हुआ है. यह इन वर्गों के कारण है कि लोकतंत्र को पूरी तरह से लागू नहीं किया गया था, राज्य में भ्रष्टाचार बढ़ गया था, कोई भी विकास नहीं हो सकता था.
-सरकार ने आर्टिकल 370 को हटाने और जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन की योजना बनाने के दौरान स्थानीय पुलिस और प्रशासन द्वारा अवज्ञा किए जाने समेत सभी आकस्मिक अड़चनों को ध्यान में रखा था.
राज्यसभा के बाद लोकसभा में भी जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन संकल्प पेश, मंगलवार को होगी चर्चा
Home Minister Amit Shah tables the Constitution (application to Jammu and Kashmir) Order 2019 in Lok Sabha pic.twitter.com/KwtB5JeBHr
— ANI (@ANI) August 5, 2019
गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा के बाद लोकसभा में जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन संकल्प रखा. संकल्प रखते समय विपक्ष ने सदस्यों ने हंगामा करना शुरु कर दिया. इस पर गृहमंत्री शाह ने कहा कि इस बिल पर आज चर्चा नहीं होगी. कल आप जितना समय लेना हौ उतना समय ले सकते हैं. मैं हर सदस्य के सवालों के जवाब दूंगा.
धारा 370 की समाप्ति पर कश्मीरी पंडितों में चौतरफा खुशी- बांटी मिठाई
जम्मू कश्मीर में धारा 370 की समाप्ति पर कश्मीरी पंडितों ने जमकर खुशियां मनाई. गुरुग्राम साइबर सिटी में विस्थापित कश्मीरियों ने मिठाई बांट कर खुशी का इजहार किया.
Gurugram, Haryana: Displaced Kashmiris celebrate in Cyber City after Union Government passes a resolution to revoke Article 370. pic.twitter.com/cCtBvZc5dk
— ANI (@ANI) August 5, 2019
क्या यही है भाजपा का- सबका साथ-सबका विकास
कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि इस तरह का फैसला लेने से पहले सत्तापक्ष ने कभी किसी भी विपक्ष लेने से सलाह तक या बातचीत करना तक उचित नहीं समझा. क्या यही है भाजपा का सबका साथ सबका विकास.
Kapil Sibal: Today we should think about why we're here&what should democracy involve. I know Bill will be passed as you have manufactured a majority,therefore,we can do nothing about it.While you call this a historic moment,only history will judge whether it was historic or not. pic.twitter.com/5d6PQqVOXI
— ANI (@ANI) August 5, 2019
इतिहास आपको को गलत साबित कर देगा: चिदंबरम
कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी.चिदंबरम ने राज्यसभा में कहा कि यह क्षणभर के लिए आप सोच सकते है कि आपने जीत हासिल कर ली है. लेकिन आप गलत कर रहे हैं. इतिहास आपको गलत साबित कर देगा. आने वाली पीढ़ियों को एहसास होगा कि आज ये सदन कितनी गंभीर गलती कर रहा है.
P Chidambaram,Congress in Rajya Sabha: Momentarily you may think you have scored a victory, but you are wrong and history will prove you to be wrong. Future generations will realize what a grave mistake this house is making today. #Article370 pic.twitter.com/NC3XrFeeU5
— ANI (@ANI) August 5, 2019
राज्यसभा में बोले गुलाम नबी आज़ाद- आपने कश्मीरियों का भरोसा तोड़ा है
-गुलाम नबी आज़ाद ने राज्यसभा में यह भी कहा, ‘शर्मनाक है कि आपने जम्मू-कश्मीर को एक उप-राज्यपाल बनाकर एक गैर-इकाई में बदल दिया है, ताकि आप यहां (दिल्ली) से ही वहां चपरासी और क्लर्क की भी नियुक्ति कर सकें.
-गुलाम नबी आजाद, कांग्रेस, नेता प्रतिपक्ष ने धारा 370 के समाप्त किए जाने के बाद सदन में काफी नाराज नजर आए. उन्होंने कहा कि आप तो नया शहर देश बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के नक्शे से कश्मीर को हटा दिया है लेकिन आज आपने कश्मीरियों का भरोसा तोड़ दिया है. कश्मीरियों ने कभी किसी को पराया नहीं माना, हिन्दुस्तान के साथ रहना स्वीकार किया था, हिन्दू लोगों के साथ रहना तय किया था, जिन्होंने जवाहरलाल नेहरू पर भरोसा किया था, सरदार पटेल पर भरोसा किया था.
-मुझे पूरे देश से और जम्मू कश्मीर से कई फोन आ रहे थे, कोई कह रहा था कि जंग हो रही है, कोई कह रहा था कि धारा 35ए हटाई जा रही है. कोई बोला था विभाजन हो रहा है लेकिन आज अचानक से जो विस्फोट हुआ कि जिन एक-एक चीजों के लिए आशंकाएं महसूस की जा रहीं थी, जबसे पैरा-मिलिटरी की अतिरिक्त टुकड़ियां तैनात की जा रही थीं, अस्पतालों में अडवाइजरी जारी की जा रही थी, अमरनाथ यात्रियों को वापस बुलाने की अडवाइजरी, जो अडवाइजरी में नहीं था वहां एनआईआईटी के छात्रों को वापस बुलाया जा रहा था, 1 हफ्ते से कश्मीर घाटी में आतंक का माहौल बना हुआ था.
Ghulam Nabi Azad,Congress in Rajya Sabha: Shameful that you have turned J&K into a non entity by making a Lt Governor there, so that you can appoint even a peon or a clerk, sitting here(Delhi). #Article370 pic.twitter.com/aIjKu3Ju5n
— ANI (@ANI) August 5, 2019
गृहमंत्रालय ने देशभर में सुरक्षा व्यवस्था को किया सतर्क, कश्मीरी छात्रों का विशेष ध्यान रखने के आदेश
गृहमंत्रालय ने देश के मुख्य सचिव और डायरेक्टर जेनरल ऑफ पुलिस को सभी राज्यों और यूनियन टेरीटरी, कमिश्नर ऑफ पुलिस दिल्ली सहित सभी को आदेश जारी कर सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने को कहा है. वहीं गृहमंत्रालय ने देशभर के विभिन्न कॉलेजों में पढ़ रहे कश्मीरी छात्रों का विशेष ध्यान रखा जाए.
Ministry of Home Affairs: It is requested to take special care to ensure the safety and security of residents of Jammu & Kashmir, especially the students in various parts of the country. https://t.co/G1GQgXxQDV
— ANI (@ANI) August 5, 2019
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल आज जाएंगे जम्मू कश्मीर
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल अन्य सुरक्षा अधिकारियों के साथ कश्मीर घाटी जा सकते हैं. वह वहां के वास्तविक स्थिति को देखने समझने के लिए वहां जाएंगे. डोवाल पिछले हफ्ते जुलाई में श्रीनगर गए थे और तभी उन्होंने अनुच्छेद 370 हटाए जाने और नया कानून लागू करने को लेकर इशारा किया था.
NSA Ajit Doval is expected to visit Kashmir valley today along with other senior security officials to review the situation on ground. NSA Doval had earlier visited Srinagar in last week of July before the implementation of decision to revoke Article 370. (file pic) pic.twitter.com/lHhjiazZSx
— ANI (@ANI) August 5, 2019
भाजपा के नेताओं ने किया 370 के समाप्ती का समर्थन
जम्मूकश्मीर के सम्बंध में भारत सरकार द्वारा उठाए गए साहसिक कदमों का हम समर्थन करते हैं। हमें विश्वास है कि इससे जम्मूकश्मीर सहित सम्पूर्ण देश के विकास का मार्ग प्रसस्त होगा। भारत की जनता सरकार के इस कदम का दृढ़ता से समर्थन करेगी.
आलोक कुमार , कार्याध्यक्ष, विश्व हिंदू परिषद
मैं खुश हूं की सरकार ने आर्टिकल 370 को हटाने का फैसला किया है. मेरा मानना है कि ये एक साहसिक कदम है जो राष्ट्रीय एकता के लिए बड़ा कदम होगा.
जन संघ के दिनों से ही धारा 370 को हटाना भाजपा के मूल विचारधारा का अंग था. मैं प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को इस ऐतिहासिक कदम के लिए बधाई देता हूं. मैं जम्मू कश्मीर और लद्दाख में शांति, संमृद्धि और प्रगति की कामना कर रहा हूं.
लाल कृष्ण आडवानी
सरकार के साहसपूर्ण कदम का हम हार्दिक अभिनंदन करते हैं. यह जम्मू-कश्मीर सहित पूरे देश के हित के लिए अत्यधिक आवश्यक था.
सभी को अपने स्वार्थों एवं राजनीतिक भेदों से ऊपर उठकर इस पहल का स्वागत और समर्थन करना चाहिये.
मोहन भागवत, सरसंघचालक, सुरेश (भय्याजी) जोशी, सरकार्यवाह
बहुत साहसिक और ऐतिहासिक निर्णय. श्रेष्ठ भारत – एक भारत का अभिनन्दन.
सुषमा स्वराज
पाकिस्तान में मची खलबली, विदेश मंत्री कुरैशी ने कहा -‘हम कश्मीरियों के साथ’
अनुच्छेद 370 के खत्म किए जाने पर पाकिस्तान में खलबली मच गई है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह मोहम्मद क़ुरैशी ने अनुच्छेद 370 ख़त्म करने पर कहा, ‘भारत ने बहुत ख़तरनाक खेल खेला है. इसका असर बहुत भयानक हो सकता है.
शाह ने यह भी कहा कि हमारे प्रधानमंत्री इमरान ख़ान पूरे मामले को समाधान की तरफ़ ले जाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन भारत ने इस फ़ैसले को और जटिल बना दिया है.
उन्होंने कहा कि हमारे कश्मीरी भाइयों को कैद में रखा जा रहा है. हम बार बार इस मामले को संयुक्त राष्ट्र में भी उठाया था, यही नहीं इस मामले को हमने इस्लामिक देशों को भी सूचना दी गई है. कुरैशी ने आगे कहा कि सभी मुसलमान कश्मीरियों के लिए दुआ करें और उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि पाकिस्तानी कौम पूरी तरह से कश्मीरियों के साथ है.
-डीएमके के अध्यक्ष एमके स्टालिन ने धारा 370 के हटाए जाने का विरोध करते हुए कहा, जम्मू कश्मीर के लोगों से बिना बात किए हुए धारा 370 को हटाया गया है. प्रजातंत्र को मारा गया है. एआईएडीएम के भी उस फैसले का समर्थन कर रहा है जो निंदनीय है
-अनुच्छेद 370 और भारत सरकार द्वारा घोषित अन्य निर्णयों के हटाने के बाद भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
-शिवसेना के सांसद संजय राउत ने राज्यसभा में कहा, ‘इस फैसले से पूरी दुनिया में उत्साह का माहौल है . धारा 370 को खत्म करना भस्मासुर को खत्म करने जैसा है. 70 साल से रुका हुआ फैसला आज लिया गया है.
-राउत ने कहा, ‘जो लोग कहते थे कि जो जम्मू कश्मीर को हाथ लगाए वह हाथ जल जाएगा. अब जला कर दिखाईये. आज 5 अगस्त हमारे इतिहास में याद रखा जाएगा. आज हमने जम्मू कश्मीर को लिया है, कल पाक अधिकृत कश्मीर लेंगे. अखंड भारत का सपना पूरा करेंगे.’
-बीएसपी के सांसद सतीश मिश्रा ने कहा, ‘हम इस बिल का समर्थन करते है. इस बिल के आने के बाद देश के अन्य लोग भी वहां जाकर प्रापर्टी खरीद सकते है.’
-भारत सरकार द्वारा घोषित अनुच्छेद 370 और अन्य निर्णयों को रद्द करने पर नेशनल कांफ्रेंस के वाइस प्रसिडेंट और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा,’ ये निर्णय एक तरफा, गैर कानूनी और असंवैधानिक है और नेशनल कांफ्रेंस इसको चुनौती देगी. एक लंबी और कड़ी लड़ाई आगे है, हम उसके लिए तैयार हैं.
-अब्दुल्ला ने अपने बयान में यह भी कहा, ‘भारत सरकार ने एक तरफा और चौंकाने वाले निर्णयों में जम्मू और कश्मीर के लोगों के उस विश्वास को धोखा दिया है जिससे राज्य ने 1947 में भारत में शामिल होने का फैसला किया था. इन निर्णयों के दूरगामी और खतरनाक परिणाम होंगे.’
-‘यह राज्य की जनता के खिलाफ आक्रमण की कार्यवाही है.’
-भारत सरकार ने झूठ और धोखे का हाल के सप्ताह में सहारा लिया और ये विनाशकारी निर्णय लिया. हमारे सारे डर दुर्भाग्यपूर्ण रूप से सच हो गए है. भार सरकार और उसके जम्मू कश्मीर में प्रतिनिधियों ने हमसे धोखा किया कि कुछ बड़ा करने की योजना नहीं है.
-गृहमंत्री अमित शाह के बिल पर बोलते समय विपक्षी सदस्य भाजपा और मोदी के खिलाफ नारेबाजी करते रहे.
-अमित शाह ने सदन में हो रहे हंगामे पर विपक्षी सदस्यों से अपील करते हुए कहा कि सभी लोग चर्चा में शामिल हों. मैं सभी के चर्चा सुनकर उनकी शंका के जवाब देने के लिए तैयार हूं.
-जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने धारा 370 हटाए जाने पर लगातार एक के बाद एक कई ट्वीट किए. उपमहाद्वीप के लिए इसके भयावह परिणाम होंगे. भारत सरकार के इरादे स्पष्ट हैं. वे जम्मू-कश्मीर के लोगों को आतंकित करके राज्य पर कब्जा करना चाहते हैं. भारत ने अपने वादों को निभाने कश्मीर में फेल हो चुका है.
-महबूबा ने दूसरे ट्वीट में लोगों को अगाह किया कि राज्य के नेताओं की पहले से ही घर में गिरफ्तारी हो रही है और पर्यटकों को आने नहीं दिया जा रहा है. मुझे नहीं पता है कि अब मैं कब बात कर पाऊंगी. क्या यह वही भारत है जिसके हम आदी हैं ?
What did J&K get for acceding to India? Another partition along communal lines? Our special status isn’t a gift bestowed upon us. Its a right guaranteed by the same ?? parliament. A contract entered into by J&K leadership & India. Today the very same contract has been violated
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 5, 2019
-बहुजन समाज पार्टी ने धारा 370 पर मोदी सरकार के इस प्रस्ताव का राज्सभा में समर्थन किया है.
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- पीडीपी के राज्यसभा सांसद नज़ीर अहमद और एमएम फयाज़ ने विरोध स्वरूप संसद परिसर में संविधान को फाड़ने की कोशिश की वहीं एमएम फयाज़ ने कुर्ता फाड़ कर प्रदर्शन किया.
PDP's RS MPs Nazir Ahmad Laway&MM Fayaz protest in Parliament premises after resolution revoking Article 370 from J&K moved by HM in Rajya Sabha; The 2 PDP MPs were asked to go out of the House after they attempted to tear the constitution. MM Fayaz also tore his kurta in protest pic.twitter.com/BtalUZMNCo
— ANI (@ANI) August 5, 2019
-गुलाम नबी आजाद के बयान पर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि राज्य में लोगों को सुविधाएं नहीं मिल रही है. वहां भ्रष्टाचार पनप रहा है. कुछ परिवारों ने जम्मू कश्मीर को वर्षो तक लूटा है. मैं सदन को विश्वास दिलाना चाहता हूं हम विपक्ष के सारे आरोपों पर चर्चा के लिए तैयार है.
What a glorious day. Finally d martyrdom of thousands starting with Dr Shyam Prasad Mukharjee for compete integration of J&K into Indian Union is being honoured and d seven decade old demand of d entire nation being realised in front of our eyes; in our life time.Ever imagined??
— Ram Madhav (@rammadhavbjp) August 5, 2019
राम माधव ने ट्वीट करते हुए कहा कि क्या शानदार दिन है. जम्मू-कश्मीर के भारतीय संघ में एकीकरण के लिए डॉ श्याम प्रसाद मुखर्जी के साथ शुरू हुई हजारों लोगों की शहादत को सम्मानित किया जा रहा है.
क्या है धारा 370
अनुच्छेद 370 की वजह से ही जम्मू-कश्मीर का अपना अलग झंडा और प्रतीक चिह्न भी है. हालांकि 370 में समय के साथ-साथ कई बदलाव भी किए गए हैं. 1965 तक वहां राज्यपाल और मुख्यमंत्री नहीं होता था लेकिन संविधान में संशोधन के बाद इसका प्रावधान किया गया. इसकी मंजूरी तत्कालीन राज्य सरकार ने भी दे दी थी.
आर्टिकल 35 ए के हटने से ये लाभ मिल सकेंगे जो अभी तक नहीं मिल पाते थे
कोई भी गैरकश्मीरी व्यक्ति कश्मीर में जमीन खरीद नहीं सकता था. लेकिन आर्टिकल 35 के हटने से अब कोई भी जमीन खरीद सकता है.
अगर जम्मू और कश्मीर की कोई लड़की किसी बाहर के लड़के से शादी कर लेती है तो उसके सारे अधिकार खत्म हो जाते हैं, साथ ही उसके बच्चों के अधिकार भी खत्म हो जाते हैं अब 35 ए के हटने से ऐसा नहीं होगा.
अगर राज्य सरकार किसी कानून को अपने हिसाब से बदलती है तो उसे किसी भी कोर्ट में चुनौती दी जा सकती है.
कोई भी बाहरी व्यक्ति राज्य में व्यापारिक संस्थान खोल सकता है.