नयी दिल्ली, नौ मई (भाषा) कांग्रेस ने शुक्रवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पाकिस्तान को नया कर्ज देने के लिए आयोजित अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की बैठक में मतदान से अलग हो गई, जबकि उसके खिलाफ मतदान करने का कड़ा संदेश गया होता।
वित्त मंत्रालय ने कहा है कि पाकिस्तान को नए कर्ज देने के लिए आयोजित अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की बैठक में भारत मतदान से अलग रहा ।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया, ‘ बीते 29 अप्रैल को कांग्रेस ने मांग की थी कि भारत पाकिस्तान को आईएमएफ ऋण दिए जाने के खिलाफ मतदान करे, जिस पर आज इसके कार्यकारी बोर्ड ने विचार किया। भारत ने सिर्फ मतदान में हिस्सा नहीं लिया।’
उन्होंने आरोप लगाया मोदी सरकार घबराकर पीछे हट गई है।
रमेश ने कहा, ‘पुरजोर तरीके से ना कहने का कड़ा संदेश गया होता।’’
भाषा हक माधव
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