दुर्ग, सात मई (भाषा) छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए बुधवार को मॉक ड्रिल किया गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि मॉक ड्रिल का उद्देश्य नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए तैयार करना और प्रशासनिक व्यवस्था को दुरुस्त रखना था।
उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल कलेक्टर अभिजीत सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल के मार्गदर्शन में शाम चार बजे आयोजित की गई।
अधिकारियों ने बताया कि मॉक ड्रिल ‘रेड अलर्ट’ सायरन की आवाज से शुरू हुई तथा ‘ऑल क्लियर’ सायरन बजने तक जारी रही।
उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल के दौरान जब ‘रेड अलर्ट’ सायरन बजाया गया तब जो नागरिक घर से बाहर थे, उन्होंने सड़क पर लेटकर अपने दोनों हाथों से अपने कान ढक लिए और मुंह में कपड़ा या रुमाल दबा लिया।
वहीं जो लोग वाहन में थे, उन्होंने भी अपने वाहन सड़क किनारे खड़े कर दिए, हेडलाइट और बैकलाइट बंद कर दिए तथा वाहन से उतरकर सड़क पर लेट गए।
अधिकारियों ने बताया कि भिलाई में भिलाई इस्पात संयंत्र, सेक्टर क्षेत्र, सूर्या मॉल, सराफा बाजार, पावर हाउस तथा दुर्ग शहर में पुलगांव चौक, इंदिरा मार्केट और नल घर परिसर और मेडिकल कॉलेज परिसर में भी अभ्यास किया गया।
उन्होंने बताया कि भिलाई सेक्टर क्षेत्र में शाम 7.30 बजे से 7.45 बजे तक ब्लैकआउट मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि मॉक ड्रिल के दौरान सभी दैनिक गतिविधियां सामान्य रूप से जारी रहीं। मॉक ड्रिल में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सीआईएसएफ, होमगार्ड, एनसीसी कैडेट्स, पूर्व सैनिक, पुलिस बल तथा जिला और पुलिस प्रशासन तथा बीएसपी के अधिकारी/कर्मचारी शामिल थे।
भाषा सं संजीव रंजन
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