scorecardresearch
Saturday, 2 November, 2024
होमदेशबिहार : बीफ के शक में बेगुसराय में हुई इफ्तिखार संग हिंसा

बिहार : बीफ के शक में बेगुसराय में हुई इफ्तिखार संग हिंसा

गोमांस ले जाने के आरोपों पर इफ्तिखार कहते हैं कि ग्रहाक अपने हिसाब की चीज़ मांगता है, अगर दुकानदार मिलावट कर दे तो कोई क्या कर सकता है. 

Text Size:

नई दिल्ली: चुनावी लाइमलाइट से दूर होने के बाद बिहार के बेगुसराय से एक बड़ी घटना सामने आई है. शुक्रवार को  इस घटना में मोहम्मद इफ्तिखार पर भीड़ द्वारा हमला किया गया. इफ्तिखार पर भीड़ ने बीफ होने के संदेह की वजह से हमला किया. दिप्रिंट से बातचीत में इफ्तिखार ने कहा कि उनके साथ बहुत बड़ी घटना घटी है.

इफ्तिखार पेशे से फेरी वाले हैं. उन्होंने बताया कि वो साइकिल पर गांव-गांव घूमकर बच्चों के कपड़े बेचने का काम करते हैं. शुक्रवार को उनके यहां कुछ रिश्तेदार आने वाले थे. उन्होंने कहा, ‘घर आने वाले लोगों के लिए मैं टेघरा बाज़ार से कुछ सब्ज़ी लेकर आ रहा था.’ यहां वो डर के मारे बीफ होने की बात सीधे नहीं बताते. उनका आरोप है कि इस दौरान करीब छह से सात लड़कों ने उनके साथ मारपीट की. इफ्तिखार ये भी कहते हैं कि मारपीट करने वालों ने शराब पी रखी थी.

हमलावरों के बारे में वे कहते हैं कि ये पास के आलापुर गांव के थे. इफ्तिखार के मुताबिक इनमें से एक हमलवार का नाम देवन चौधरी है. इफ्तिखार आगे कहते हैं, ‘वो बाभन है और आलापुर बाभन-भूमिहार बहुल गांव है.’ जब उनसे पूछा गया कि क्या इसके पहले भी उनकी हमलावरों से कोई दुश्मनी थी तो वो कहती हैं, ‘पहले ऐसी कोई दुश्मनी नहीं थी.’  वो कहते हैं कि ये लोग पहले भी मारपीट की घटनाओं में शामिल रहे हैं.

गोमांस ले जाने के आरोपों पर वो कहते हैं, ‘दो चार किलों मांस कोई मायने नहीं रखता. अगर रिश्तेदार आते हैं तो लोग ले जा सकते हैं.’ इफ्तिखार कहते हैं कि दुकानदार के बेचने पर जब रोक नहीं है तो ख़रीदने वाला कैसे ग़लत हो गया. ख़रीदने वाले से मारपीट करके क्या बदल जाएगा. उनका कहना है कि पैकेट में दुकानदार क्या दे रहा है वो तो उसे ही पता है और ग्राहक कैसे बता सकता है कि मांस किस चीज़ का है. ग्रहाक अपने हिसाब की चीज़ मांगता है, अगर दुकानदार मिलावट कर दे तो कोई क्या कर सकता है.

उन्होंने ये जानकारी भी दी कि मामले में एफआईआर दर्ज़ कराई गई और इंजरी रिपोर्ट उन्हें नहीं दी जा रही है. मारपीट से लगी चोट के बारे में वो कहते हैं, ‘घुटने के ऊपर बहुत ज़्यादा चोट है. ये चोट सिर तक लगी है और इतना मारा है कि मुझे होश नहीं होता है कि ख़ुद से बैठ या चल सकूं.’

बेगुसराय के सदर हॉस्पिटल के मैनेजर पंकज कुमार से जब दिप्रिंट से बात हुई तो उन्होंने कहा, ‘इंजरी रिपोर्ट बनीं होगी और वो लीगल डिपार्टमेंट के पास होता है.’ उन्होंने जानकारी दी कि ऐसे मामलों में इंजरी रिपोर्ट पुलिस या कोर्ट द्वारा मांगे जाने पर उन्हें ही दी जाती है. पंकज का कहना है बाहर से देखने पर तो इफ्तिखार की चोट का पता नहीं चल रहा और वो ठीक ही लग रहे हैं. अगर भीतरी चोट हो तो कह नहीं सकते हैं.

आगे की जानकारी देते हुए वो कहते हैं कि इन्हें तो डिस्चार्ज भी कर दिया गया था. लेकिन इनके परिवार वालों ने कहा कि उन्हें लगता है कि इफ्तिखार को थोड़े दिन और हॉस्पिटल में रहना चाहिए. ऐसे अनुरोध के बाद हॉस्पिटल वालों ने इफ्तिखार को फिर से भर्ती कर लिया. पंकज कहते हैं कि इफ्तिखार के साथ जो हुआ है वैसी कोई घटना इसके पहले बेगुसराय में कभी नहीं हुई.

वो बताते हैं कि वो पिछले तीन से चार सालों से बेगुसराय में हैं और इसके पहले ना उन्होंने ऐसी किसी घटना के बारे में न सुना और ना ही ऐसा कोई मामला सदर हॉस्पिटल में आया. अनिल का कहना है कि उन्होंने बेगुसराय में लंबा समय बिताया है और यहां हिंदू-मुसलमान सब लोग लगभग मिलकर ही रहते हैं. वो कहते हैं, ‘ये घटना कैसे घटी आश्चर्य वाली बात है.’

मामले पर टेघरा थाना के एसएचओ शरद कुमार के हवाले से जानकारी देते हुए कहा गया, ‘मामले में दोनों पक्षों ने एफआईआर दर्ज कराई है.’ आगे कहा गया कि इफ्तिखार पर 10 किलो से ऊपर बीफ ले जाने का आरोप है. इसी शक में भीड़ ने उनपर हमला किया था. वहीं, इफ्तिखार की तरफ से भीड़ द्वारा हमला किए जाने का मामला दर्ज कराया गया है. हमला करने वालों में पांच लोगों का नाम शामिल है और पांचों फरार चल रहे हैं.

थाने से ये जानकारी भी मिली की अभी तक उन्हें मेडिकल रिपोर्ट हासिल नहीं हुई है. अभी पुलिस को इसकी जानकारी नहीं है. इफ्तिखार को कितनी चोट लगी है. पुलिस का कहना है कि मामले में दोनों तरफ से गिरफ्तारी होगी और इफ्तिखार को भी गिरफ्तार किया जाएगा.

इस सीट से महागठबंधन उम्मीदवार और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तनवीर हसन इफ्तिखार से मिलने पहुंचे. इस मुलाकात से जुड़े अशरफ हुसैन के जिस ट्वीट को उन्होंने रीट्वीट किया है उसमें लिखा है, ‘बेगूसराय में मॉब-लिंचिंग के शिकार हुए मो. इफ्तिखार जो गंभीर रूप से घायल हैं, उनसे मिलने हॉस्पिटल पहुंचे तनवीर हसन. मुझे उम्मीद है कि राजद को बेगुसराय ने जिताया तो ऐसी घटनाओं पर लगाम जरूर लगाई जाएगी.’

2019 के लोकसभा चुनाव में बेगुसराय की सीट की खासी चर्चा रही है. इस सीट से राजद के हसन के अलावा सीपीआई के कन्हैया कुमार और भारतीय जनता पार्टी के गिरिराज सिंह इस सीट से उम्मीदवार हैं. हसन के अलावा बाकी के दो उम्मीदवारों की इफ्तिखार से मिलने की कोई ऐसी तस्वीर सोशल मीडिया पर नहीं आई है. इस सीट पर 29 अप्रैल को वोटिंग हो चुकी है. आपको बता दें कि बिहार में गोहत्या अपराध की श्रेणी में आता है.

share & View comments