दाहोद, 30 मई (भाषा) गुजरात के मंत्री बच्चूभाई खाबड़ के बेटे को मनरेगा कार्यों से जुड़े एक अन्य मामले में जमानत मिलने के तुरंत बाद गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
गुजरात के पंचायत और कृषि राज्य मंत्री के बेटे किरण खाबड़ को पिछले महीने दाहोद में उजागर हुए 71 करोड़ रुपये के महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) घोटाले में कथित संलिप्तता को लेकर दो सप्ताह पहले गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस उपाधीक्षक जगदीशसिंह भंडारी ने बताया, ‘‘पहली प्राथमिकी में जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद, किरण खाबड़ को बृहस्पतिवार रात गिरफ्तार कर लिया गया। दाहोद पुलिस द्वारा दर्ज ताजा मामले में यह गिरफ्तारी की गई। ताजा प्राथमिकी के अनुसार, किरण समेत कुछ एजेंसियों ने मनरेगा के तहत उन्हें आवंटित कार्य पूरा किए बिना सरकार से भुगतान प्राप्त किया।’’
दाहोद ‘बी’ डिवीजन पुलिस द्वारा एजेंसी मालिकों और सरकारी अधिकारियों के खिलाफ बृहस्पतिवार शाम को दर्ज की गई प्राथमिकी के अनुसार, दाहोद के लावारिया गांव में मनरेगा के तहत अधूरे काम के बावजूद एजेंसियों को 18.41 लाख रुपये का भुगतान किया गया।
जिला ग्रामीण विकास एजेंसी (डीआरडीए) द्वारा 71 करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाश करने के बाद दाहोद पुलिस ने सरकारी कर्मचारियों सहित अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और विश्वासघात की प्राथमिकी दर्ज करने के बाद, दो सप्ताह पहले किरण को उसके भाई बलवंत के साथ गिरफ्तार किया था।
प्राथमिकी के अनुसार, उन्होंने 2021 और 2024 के बीच सौंपे गए काम को पूरा नहीं किया और न ही आवश्यक सामग्री की आपूर्ति की, बल्कि फर्जी कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र और जाली दस्तावेज जमा करके भुगतान का दावा किया।
पुलिस के अनुसार, बलवंत और किरण, दाहोद जिले के देवगढ़ बारिया और धनपुर तालुका में फर्जी मनरेगा परियोजनाओं में शामिल एजेंसियों के मालिक हैं। पुलिस हिरासत की अवधि खत्म होने के बाद, अदालत ने दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया था और बाद में बृहस्पतिवार को उन्हें जमानत मिल गई थी।
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सुभाष माधव
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