बेंगलुरु, दो मई (भाषा) कर्नाटक विधानसभा के अध्यक्ष यूटी खादर ने शुक्रवार को कहा कि मंत्री शिवानंद पाटिल का विधायक के रूप में ‘सशर्त इस्तीफा’ नियमों के अनुसार स्वीकार नहीं किया जा सकता।
पाटिल के खादर से मुलाकात कर बसवाना बागेवाड़ी विधानसभा क्षेत्र से विधायक के रूप में इस्तीफा सौंपने के कुछ घंटों बाद विधानसभा अध्यक्ष ने यह टिप्पणी की।
पाटिल ने इस्तीफा सौंपते वक्त कहा था कि वह विजयपुरा शहर के विधायक बसंगौड़ा पाटिल यतनाल की चुनौती स्वीकार करने के बाद विधायक के रूप में इस्तीफा दे रहे हैं।
यतनाल ने पाटिल को उनके खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती दी थी।
कपड़ा, गन्ना विकास एवं कृषि विपणन विभाग संभाल रहे पाटिल ने हालांकि विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया कि उनका इस्तीफा तभी स्वीकार किया जाए, जब यतनाल का इस्तीफा भी मंजूर कर लिया जाए।
खादर ने कहा, “बसंगौड़ा पाटिल यतनाल ने न तो विधायक पद से इस्तीफा दिया है, न ही उन्होंने इस्तीफा सौंपने के लिए मुझसे व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की है, और यतनाल का इस्तीफा विधानसभा कार्यालय को प्राप्त नहीं हुआ है।”
अध्यक्ष खादर ने कहा, “इस संदर्भ में मैंने शिवानंद पाटिल को समझाया कि विधानसभा के नियमों के अनुसार, उनका सशर्त इस्तीफा स्वीकार करना संभव नहीं है।”
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, “मैंने शिवानंद पाटिल से कहा कि कर्नाटक राज्य को उनके लंबे अनुभव और उनकी सेवा की आवश्यकता है। मैं उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं।”
अध्यक्ष ने इस्तीफे के प्रारूप के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए बताया, “यह नियमों के अनुसार नहीं है और इसलिए इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।”
पाटिल ने अपने इस्तीफे में कहा कि यतनाल ने उन्हें चुनौती दी थी कि वह विजयपुरा सिटी विधानसभा क्षेत्र से विधायक पद से इस्तीफा देकर उनके खिलाफ बसवाना बागेवाड़ी क्षेत्र से चुनाव लड़ें।
पाटिल ने कहा, “मैंने उनकी (यतनाल की) चुनौती स्वीकार कर ली और चुनाव में उनके खिलाफ लड़ने का फैसला किया है।”
उन्होंने कहा, “इसलिए, मैं बसवाना बागेवाड़ी से विधायक पद से इस्तीफा दे रहा हूं, जिसका मैं प्रतिनिधित्व कर रहा हूं।”
पाटिल ने कहा, “इसलिए, मैं आपसे (अध्यक्ष से) अनुरोध करता हूं कि मेरा इस्तीफा तभी स्वीकार करें जब चुनौती के अनुसार बसंगौड़ा पाटिल यतनाल अपने विधायक पद से इस्तीफा दे दें और उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया जाए।”
यतनाल ने 2023 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार के रूप में विजयपुरा शहर क्षेत्र से जीत हासिल की थी।
भाजपा ने हाल ही में यतनाल को बार-बार अनुशासन का उल्लंघन करने के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था।
इससे पहले खादर ने कहा था कि पाटिल के इस्तीफे की जांच की जाएगी और संविधान व नियमों के अनुसार निर्णय लिया जाएगा।
खादर ने कहा, “उन्होंने (पाटिल) यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया था कि यह उनके आत्म सम्मान का सवाल है, क्योंकि उन्हें चुनौती दी गई थी। देखते हैं क्या होता है।”
भाषा जितेंद्र माधव
माधव
यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.