तुमकुरु (कर्नाटक), दो जून (भाषा) मंगलुरु और राज्य के अन्य हिस्सों में हाल में हुई हत्याओं को लेकर कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने सोमवार को कहा कि सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया है और गंभीर होती स्थिति से निपटने के लिए ठोस कदम उठाए हैं।
तुमकुरु में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए, परमेश्वर ने सरकार की ओर से की गई त्वरित कार्रवाई पर जोर दिया। मंगलुरु में एक मई को हिंदुत्ववादी कार्यकर्ता सुहास शेट्टी (42) की हत्या हुई, जिसके बाद अब्दुल रहिमन (32) की हत्या हुई।
मंत्री ने कहा, ‘‘मंगलुरु में हुई घटना के बाद सरकार ने त्वरित कार्रवाई की है। जिले के प्रभारी मंत्री दिनेश गुंडू राव ने घटनास्थल का दौरा किया। मैंने पहले भी व्यक्तिगत रूप से इस जगह का दौरा किया है।’’
उन्होंने कहा कि पूर्व में घोषित ‘सांप्रदायिकता विरोधी कार्यबल’ के गठन के लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं और तैयारियां जारी हैं।
मंत्री ने कहा, ‘‘दस दिन के भीतर हम तीन तटीय जिलों के लिए सांप्रदायिकता विरोधी कार्यबल की एक समर्पित इकाई की शुरुआत करेंगे।’’
उन्होंने बताया कि नए पुलिस बल में राज्य के विभिन्न हिस्सों से पुलिस अधीक्षक, उपाधीक्षक, निरीक्षक और अन्य अधिकारियों की पूरी टीम शामिल होगी।
विशिष्ट समुदायों को निशाना बनाए जाने के बारे में चिंताओं को दूर करते हुए परमेश्वर ने स्पष्ट किया कि यह पुलिस बल सांप्रदायिक प्रकृति का नहीं होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसी अटकलें हैं कि हिंदू नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है। मैं स्पष्ट कर दूं कि कानून तोड़ने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वे हिंदू हों या मुस्लिम। कानून सबके लिए समान है।’’
कोप्पल में हाल में हुई हत्या का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था पर विशेष ध्यान देते हुए इसकी जांच की जा रही है।
परमेश्वर ने कहा, ‘‘मंगलुरु, उडुपी या कारवार में भविष्य में इस तरह की कोई घटना नहीं होगी। हमारे अधिकारी अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। कर्नाटक में कानून-व्यवस्था बेहतर स्थिति में है।’’
एक विश्वविद्यालय द्वारा हाल में किए गए अध्ययन का हवाला देते हुए मंत्री ने कहा, ‘‘मैं यह बात गृह मंत्री के तौर पर नहीं कह रहा हूं, लेकिन विश्वविद्यालय के शोध के अनुसार कर्नाटक सबसे सुरक्षित राज्यों में से एक है।’’
उन्होंने कहा कि हालांकि छिटपुट घटनाएं हो सकती हैं, लेकिन सरकार न्याय के लिए प्रतिबद्ध है।
परमेश्वर ने दावा किया, ‘‘हत्या के अधिकांश मामले सुलझ गए हैं और अपराधी पकड़े गए हैं। पिछले साल की तुलना में इस साल अपराध दर में गिरावट आई है।’’
भाषा खारी दिलीप
दिलीप
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