ठाणे, तीन अक्टूबर (भाषा) ठाणे नगर निगम के एक उपायुक्त को कथित तौर पर रिश्वत लेते गिरफ्तार किए जाने के बाद महाराष्ट्र सरकार के मंत्री गणेश नाइक ने शुक्रवार को स्वीकार किया कि जिले के नगर निकायों में भ्रष्टाचार व्याप्त है।
विपक्षी कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार की शिकायतों के बावजूद अधिकारी को पदोन्नति मिली है।
उपायुक्त शंकर पटोले को दो दिन पहले एक बिल्डर से कथित तौर पर 25 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
जिले के एक प्रमुख भाजपा नेता नाइक ने कहा कि यह गिरफ्तारी उस ‘सफाई’ की शुरुआत है जो लंबे समय से अपेक्षित थी।
मंत्री ने यहां एक कार्यक्रम में संवाददाताओं से कहा, ‘‘पिछले पांच वर्षों में, ठाणे जिले की सभी नगर पालिकाओं के सभी अधिकारियों ने भ्रष्टाचार नहीं किया है। लेकिन अधिकतर अधिकारियों ने भ्रष्टाचार किया है। अब इसकी सफाई हो रही है।’’
ठाणे शहर कांग्रेस प्रवक्ता राहुल पिंगले ने आरोप लगाया कि पटोले की नियुक्ति और पदोन्नति अवैध थी।
उन्होंने दावा किया कि पटोले अनधिकृत निर्माणों के संरक्षण से संबंधित भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों और शिकायतों का सामना कर रहे थे।
पिंगले ने कहा, ‘‘अयोग्य और भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों का सामना कर रहे शंकर पटोले को उपायुक्त नियुक्त करना ठाणे की जनता के साथ विश्वासघात है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि तत्कालीन महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के पत्र सहित कई शिकायतों के बावजूद, अधिकारी को ‘‘राजनीतिक आशीर्वाद’’ के कारण छूट मिली हुई थी।
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