नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 35 ए को लेकर पीपीडी की मुखिया और राज्य की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती का बयान समाने आया है. पार्टी के स्थापना दिवस के मौके पर एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 35 ए के छेड़छाड़ करना मतलब बारूद को हाथ लगाना है. जो हाथ 35 ए के साथ छेड़छाड़ के लिए उठेगा, वो हाथ ही नहीं बल्कि सारा जिस्म जल के राख हो जाएगा.
मुफ्ती ने कहा कि हम अपनी अंतिम सांस तक कश्मीर की रक्षा करेंगे. हमारी पार्टी पीडीपी कभी समाप्त नहीं होगी. आज कश्मीर के लिए शहीद हुए लोगों को याद करने की जरूरत है. चुनाव आते है और चले जाते है, लेकिन असली लड़ाई जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जा के लिए लड़ना है. हम राज्य की स्थिति को बचाने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है.
Former J&K CM and PDP leader, Mehbooba Mufti, in Srinagar: 35A ke saath chhedd chhadd karna baarood ko haath lagaane ke baraabar hoga. Jo haath 35A ke saath chhedd chaadd karne ke liye uthenge wo haath hi nahi wo saara jism jal ke raakh ho jaega. #JammuAndKashmir pic.twitter.com/mKIU9Vmexw
— ANI (@ANI) July 28, 2019
हाल ही में नरेंद्र मोदी सरकार ने कश्मीर में 10 हजार जवानों की तैनाती की है. इसके बाद से ही राज्य में आर्टिकल 35 ए को हटाने की चर्चा तेज हो गई है. जवानों को तैनात करने के मसले पर सरकार का कहना है कि आतंकवाद के खिलाफ आपरेशन और राज्य में कानून व्यवस्था के लिए राज्य अतिरिक्त जवान भेजने का फैसला लिया गया है.
इधर जम्मू-कश्मीर राज्य में सैनिकों की तैनाती के निर्णय के बाद मुफ्ती ने केंद्र सरकार को आड़े हाथ लिया. उन्होंने ट्वीट कर केंद्र सरकार के इस फैसले की अलोचना करते हुए कहा था कि यह एक राजनीतिक समस्या है. इसे सैन्य तरीकों से हल नहीं किया जा सकता है. उन्होंने लिखा था कि केंद्र के घाटी में जवानों की तैनाती करने से स्थानीय लोगों में भय पैदा हो गया है. राज्य में सुरक्षा बल की कोई कमी नहीं है. केंद्र सरकार को अपनी नीति पर विचार करने की जरूरत है.