(फाइल फोटो के साथ)
चेन्नई, 19 अप्रैल (भाषा) मरुमलारची द्रविड़ मुनेत्र कषगम (एमडीएमके) नेता और इसके संस्थापक वाइको के बेटे दुरई वाइको ने शनिवार को पार्टी के प्रमुख सचिव पद से इस्तीफा दे दिया।
बताया जाता है कि पार्टी में आंतरिक कलह की वजह से उन्होंने यह कदम उठाया है।
राज्य के तिरुचिरापल्ली से लोकसभा सदस्य दुरई वाइको ने ‘एक्स’ पर इस फैसले की घोषणा की और अपने इस्तीफे के लिए एक व्यक्ति को जिम्मेदार ठहराया।
दुरई ने कहा कि जब से वह मुख्यालय सचिव चुने गए, तब से एक व्यक्ति जो इसे बर्दाश्त नहीं कर पाया, वह पिछले चार वर्षों से पार्टी और इसके नेतृत्व के खिलाफ आरोप लगा रहा है।
दुरई ने बगैर किसी का नाम लेते हुए आरोप लगाया कि वह लगातार मीडिया को ऐसी जानकारी दे रहा है, जिससे वाइको की ‘बदनामी’ हो रही है। दुरई ने आरोप लगाया कि संबंधित व्यक्ति ने इस तरह की हरकत करके पार्टी को बर्बाद कर दिया है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं ऐसे व्यक्ति के रहते हुए प्रमुख सचिव के पद पर काम नहीं करना चाहता। इसलिए मैं प्रमुख सचिव के पद से खुद को मुक्त कर रहा हूं।’’
दुरई ने कहा कि वह रविवार को एमडीएमके मुख्यालय ‘थयागम’ में प्रशासनिक परिषद की बैठक में भाग लेंगे, लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि वह भविष्य में होने वाली किसी भी ऐसी बैठक में भाग नहीं लेंगे, जिसमें ‘‘बहुत महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएं।’’
दुरई ने कहा कि उनका यह फैसला यह सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है कि पार्टी या इसके संस्थापक वाइको को उनकी वजह से कोई नुकसान न हो।
उन्होंने कहा, ‘‘साथ ही, मैं एमडीएमके के लिए इसके प्राथमिक कार्यकर्ता के रूप में काम करना जारी रखूंगा।’’
दुरई ने कहा कि वह तिरुचिरापल्ली के लोगों के लिए कड़ी मेहनत करेंगे, जिन्होंने उन्हें लोकसभा के लिए चुना है। एमडीएमके तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) नीत गठबंधन का हिस्सा है।
भाषा आशीष दिलीप
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