(नेहा मिश्रा)
नयी दिल्ली, 21 मई (भाषा) दिल्ली के ‘टोल प्लाजा’ को आधुनिक रूप देने की तैयारी की जा रही है ताकि कर संग्रह ढांचे का उन्नयन किया जा सके। इसके साथ ही दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) वाणिज्यिक वाहनों से ‘ईसीसी’ सहित तेजी से टोल संग्रह के लिए 156 प्रवेश बिंदुओं को एनएचएआई मानकों के अनुरूप बनाने की योजना बना रहा है।
एक अधिकारी के अनुसार, 997 करोड़ रुपये की नयी निविदा के तहत, नगर निकाय ने राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने वाले वाणिज्यिक वाहनों से टोल और पर्यावरण क्षतिपूर्ति शुल्क (ईसीसी) संग्रह के लिए प्रणाली के उन्नयन की योजना बनाई है, जिसमें आरएफआईडी-आधारित व्यवस्था, डिजिटल एकीकरण और मानकीकृत संचालन शामिल हैं।
अधिकारी ने बताया कि एमसीडी के टोल टैक्स विभाग ने इन निर्दिष्ट सीमाओं पर टोल और ईसीसी संग्रह का प्रबंधन करने के लिए निजी ठेकेदार की नियुक्ति की खातिर को ‘‘प्रस्ताव हेतु अनुरोध’ जारी किया है।
निगम के अनुसार चयनित ठेकेदार तीन वर्षों तक एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) के मानकों के अनुसार टोल प्लाजाओं के उन्नयन, संचालन और रखरखाव के लिए जिम्मेदार होगा। उसके कार्यकाल को छह महीने तक या नए ठेकेदार की नियुक्ति होने तक बढ़ाया जा सकता है।
भाषा
शुभम अविनाश
अविनाश
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