नई दिल्लीः हाल ही में भारतीय जनता पार्टी से दो नेताओं के निकाले जाने पर बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमों मायावती ने सोमवार को कहा कि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए और उन्हें जेल भेजा जाना चाहिए.
उन्होंने ट्वीट किया, ‘किसी भी धर्म के लिए आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग उचित नहीं है, बीजेपी को अपने लोगों पर शिकंजा कसना चाहिए, केवल उन्हें निकालने से काम नहीं चलेगा.’ उन्होंने यह भी कहा कि सभी धर्मों का सम्मान किया जाना जरूरी है.
1. देश में सभी धर्मों का सम्मान जरूरी। किसी भी धर्म के लिए आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल उचित नहीं। इस मामले में बीजेपी को भी अपने लोगों पर सख्ती से शिकंजा कसना चाहिए। केवल उनको सस्पेंड व निकालने से काम नहीं चलेगा बल्कि उनको सख्त कानूनों के तहत् जेल भेजना चाहिए। 1/2
— Mayawati (@Mayawati) June 6, 2022
बता दें कि रविवार को बीजेपी ने प्रवक्ता नूपुर शर्मा और दिल्ली मीडिया के हेड नवीन कुमार जिंदल को अल्पसंख्यकों पर कथित विवादित बयान देने के लिए पार्टी प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया था.
नूपुर शर्मा पर एक टीवी डिबेट के दौरान इस्लाम के संस्थापक के खिलाफ टिप्पणी करने के लिए मुस्लिमों के गुस्से का शिकार होना पड़ा था जबकि जिंदल ने आपत्तिजनक ट्वीट्स किए थे जिसे बाद में डिलीट कर दिया था. उनके ट्वीट की वजह से ट्विटर पर अन्य देशों में भारतीय उत्पादों को बॉयकॉट करने का पोस्ट ट्रेंड करने लगा था.
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