गोलाघाट, 28 जुलाई (भाषा) असम सरकार गोलाघाट जिले में कथित अतिक्रमण से 10,000 बीघा (3,300 एकड़ से अधिक) भूमि को मुक्त कराने की तैयारी कर रही है। इससे कम से कम 2,000 परिवार प्रभावित होंगे। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि कि बेदखली अभियान मंगलवार सुबह सरूपथार उप-मंडल में असम-नगालैंड सीमा पर उरियमघाट के रेंगमा आरक्षित वन क्षेत्र में शुरू होगा।
वन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘अतिक्रमण अभियान का सटीक विवरण अब भी तैयार किया जा रहा है क्योंकि सर्वेक्षण आज भी जारी रहा। हालांकि, यह 10,000 बीघा से अधिक भूमि होगी, जिस पर लगभग 2,000 परिवारों ने अतिक्रमण कर रखा है।’’
उन्होंने बताया कि जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए अधिकारियों ने पूरे क्षेत्र को नौ जोन में विभाजित किया है और तदनुसार सर्वेक्षण कर रहे हैं।
एक अन्य अधिकारी ने बताया, ‘‘रेंगमा आरक्षित वन के 30 गांवों का व्यापक भूमि सर्वेक्षण किया गया जिसमें पाया गया कि अतिक्रमणकारियों ने हजारों बीघा वन भूमि को कृषि भूमि में बदल दिया है।’’
इस बीच, नगालैंड सरकार ने सीमावर्ती जिलों को कड़ी निगरानी रखने का परामर्श जारी किया है, ताकि बेदखली अभियान के बाद विस्थापित लोग राज्य में प्रवेश न कर सकें।
मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने 25 जुलाई को उरियमघाट का दौरा कर अतिक्रमण वाले क्षेत्रों का निरीक्षण किया था।
भाषा धीरज रंजन
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