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Sunday, 22 December, 2024
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Bhopal में बिना मास्क दिखीं BJP सांसद प्रज्ञा ठाकुर बोलीं-गोमूत्र ने उन्हें COVID होने से बचाया

भोपाल में कुछ लोगों को संबोधित करते हुए प्रज्ञा सिंह ठाकुर के एक वीडियो में उन्हें यह कहते सुना जा सकता है कि हर दिन देसी गाय का मूत्र पीना फेफड़ों में संक्रमण घटाता है.

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नई दिल्ली: भोपाल से भारतीय जनता पार्टी की सांसद प्रज्ञा ठाकुर का कहना है कि वह गोमूत्र पीने के कारण कोविड-19 की चपेट में आने से बची रही हैं.

सोशल मीडिया पर सोमवार को एक वीडियो काफी वायरल हुआ जिसमें प्रज्ञा ठाकुर को रविवार को भोपाल में एक समारोह के दौरान कुछ लोगों को संबोधित करने के दौरान बिना मास्क पहने देखा जा सकता है.

प्रज्ञा ठाकुर ने अपने संबोधन में कहा, ‘अगर हम रोजाना देसी गाय का मूत्र पीएंगे तो यह हमारे फेफड़ों को संक्रमण से बचाएगा.

उन्होंने कहा, ‘मेरी तबियत ठीक नहीं है, लेकिन चूंकि मैं हर दिन गोमूत्र पीती हूं, इसलिए कोविड के लिए कोई दवा लेने की जरूरत नहीं है, और न ही मैं कोविड की चपेट में आई हूं.’

लोकमत की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रज्ञा ठाकुर ने लोगों से कहा कि देश में ऑक्सीजन संकट से मुकाबले के लिए बरगद और तुलसी के पेड़ लगाएं. साथ ही यह दावा भी किया कि अगर भारत में व्यापक स्तर पर ये पेड़ लगाए जाते तो देश में कभी भी ऑक्सीजन की कमी नहीं होती.

कई कोविड मरीजों को सांस लेने में आसानी के लिए तरल ऑक्सीजन की जरूरत होती है क्योंकि उनके शरीर में सैचुरेशन लेवल गिर जाता है. हालांकि, वायुमंडल की ऑक्सीजन उनकी मेडिकल जरूरतों को पूरा करने में नाकाफी है.

दिसंबर 2020 में सांस लेने में तकलीफ और सीने में दर्द जैसे कोविड के लक्षणों के कारण एम्स दिल्ली में भर्ती कराए जाने के महीनों बाद प्रज्ञा ठाकुर की तरफ से यह टिप्पणी आई है. हालांकि, उन्हें टेस्ट में निगेटिव पाया गया था. प्रज्ञा ठाकुर अस्थमा, हाइपरटेंशन और मधुमेह जैसी कई बीमारियों से पीड़ित हैं.

कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन पहले ही कह चुका है कि ये साबित करने का कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है कि गोबर अथवा गोमूत्र कोविड से बचाने या इसे ठीक करने में मददगार है. वहीं, कुछ हालिया रिपोर्टों में यह भी कहा गया है कि गाय के गोबर का उपयोग कुछ मरीजों में ब्लैक फंगस के प्रकोप की वजह भी हो सकता है.

यह पहला मौका नहीं है जब प्रज्ञा ठाकुर ने गोमूत्र को इलाज के तौर पर सराहा है या फिर गोवंश से जुड़े अवैज्ञानिक दावों को प्रचारित किया- उन्होंने पूर्व में खुद के ब्रेस्ट कैंसर से उबरने का श्रेय भी गोमूत्र पीने की आदत को दिया था. हालांकि, ठाकुर ने कथित तौर पर कैंसर फिर से न उभरे इसके लिए बिलाटेरल मास्टेक्टॉमी कराई थी.

उन्होंने यह दावा भी किया था कि सिर्फ एक गाय पालने मात्र से ही किसी व्यक्ति का रक्तचाप नियंत्रित हो सकता है.

प्रज्ञा ठाकुर ऐसी पहली भाजपा नेता भी नहीं हैं, जिन्होंने गोमूत्र या गोबर के पौराणिक लाभों के बारे में दावा करते हुए इसे कोविड से ठीक करने या बचाव में कारगर होने के निराधार दावों का समर्थन किया है.


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इससे पहले, मई में उत्तर प्रदेश के भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह ने कोविड से बचने के लिए हर दिन एक गिलास ठंडे पानी के साथ गोमूत्र पीने की सलाह दी थी. 2020 में पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में एक कार्यक्रम में राज्य भाजपा प्रमुख दिलीप घोष ने भी लोगों से कोविड के खिलाफ अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए गोमूत्र पीने का आग्रह किया था.

पहले भी कीं विवादास्पद टिप्पणियां

2008 के मालेगांव धमाके के मामले आरोपी रह चुकीं भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर का विवादों से पुराना नाता है.

पूर्व में उन्होंने ऐसे दावे भी किए थे कि पार्टी नेताओं सुषमा स्वराज और अरुण जेटली की मौत के लिए विपक्षी दलों ने भाजपा के खिलाफ काला जादू कराया था, और यह कि मुंबई आतंकवाद विरोधी दस्ते के प्रमुख हेमंत करकरे की मौत उनके श्राप के कारण हुई थी.

वह महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को दो बार ‘देशभक्त’ बता चुकी हैं. 2019 में उन्हें इन टिप्पणियों के लिए लोकसभा में माफी तक मांगनी पड़ी थी.

(इस खबर को अंग्रेजी में पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें )

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