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रविवार, 1 जून, 2025
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भारत में कॉमेडी से जुड़े कई लोगों को सामना करना पड़ा है कानूनी मामलों का

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नयी दिल्ली, 18 फरवरी (भाषा) हास्य कलाकार समय रैना के शो ‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ पर यूट्यूबर रणवीर इलाहाबादिया की एक अभद्र टिप्पणी ने कई लोगों को कानूनी मामलों से जूझने पर मजबूर कर दिया है।

माता-पिता और सेक्स पर की गई इलाहाबादिया की टिप्पणी 10 फरवरी को सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। तब से, इलाहाबादिया चर्चा का विषय बने हुए हैं।

उनके साथ-साथ शो का हिस्सा रहे आशीष चंचलानी, जसप्रीत सिंह और अपूर्वा मखीजा सहित अन्य कॉमेडियन के खिलाफ कई प्राथमिकी दर्ज की गई है।

हालांकि मंगलवार को उच्चतम न्यायालय ने इलाहाबादिया को उनकी अरुचिकर टिप्पणियों के लिए गिरफ्तारी से संरक्षण प्रदान किया, लेकिन इस प्रकरण ने कई बार भारतीय हास्य कलाकारों की उनकी सामग्री के लिए आलोचना किए जाने की स्मृतियों को ताजा कर दिया।

फरवरी 2015 में, जब भारतीय दर्शक ‘स्टैंड-अप कॉमेडी’ के विचार से रूबरू हो ही रहे थे और यूट्यूब कॉमेडी शो अपनी प्रारंभिक अवस्था में थे, ‘एआईबी नॉकआउट’ के नाम से शुरू हुए शो पर विवाद खड़ा हो गया।

समूह और शो के प्रतिभागियों के खिलाफ कई प्राथमिकी दर्ज की गईं। शो में भाग लेने वालों में फिल्म निर्माता करण जौहर, अभिनेता रणवीर सिंह, अर्जुन कपूर, दीपिका पादुकोण और आलिया भट्ट शामिल थे।

यह आरोप लगाया गया कि यह शो ‘अश्लील, अभद्र और पोर्नोग्राफिक’ था।

एआईबी के संस्थापक सदस्यों में शामिल तन्मय भट्ट मई 2016 में फिर से विवाद के केंद्र में आए, जब शिवसेना, भाजपा और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना सहित राजनीतिक दलों ने लता मंगेशकर और सचिन तेंदुलकर के बीच एक नकली बातचीत के लिए उनके और समूह के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।

एआईबी के 2017 में किए गए एक ट्वीट के लिए एक और प्राथमिकी का सामना करना पड़ा, जिसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को ‘स्नैपचैट डॉग फिल्टर’ के साथ दिखाया गया था।

2015 में इस मामले में पेश हुए अधिवक्ता अश्विन थूल ने कहा कि एआईबी के खिलाफ मामले बंबई उच्च न्यायालय में लंबित हैं।

केवल एआईबी या इसके संस्थापकों ने ही अपने हास्य से विवाद पैदा नहीं किया।

अभिनेता और कॉमेडियन कीकू शारदा को 2016 में लोकप्रिय टीवी शो ‘कॉमेडी नाइट्स विद कपिल’ में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की नकल करने और ‘धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने’ के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

साल 2021 में ‘द कपिल शर्मा शो’ के निर्माताओं के खिलाफ मंच पर अदालत के दृश्य के दौरान अदाकारों को शराब पीते हुए दिखाने के लिए एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

वर्ष 2020 में, कम से कम आठ लोगों ने कॉमेडियन कुणाल कामरा पर उच्चतम न्यायालय की अवमानना का मुकदमा दायर किया, जो अपने शो में भाजपा, न्यायपालिका और बड़े सरकारी तंत्र की आलोचना करते रहे हैं।

अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने कामरा के ट्वीट के लिए उनके खिलाफ अवमानना ​​कार्यवाही शुरू करने की मंजूरी देते हुए कहा कि उनके ट्वीट अशोभनीय थे।

कॉमेडियन ने जवाब में कहा, ‘‘यह धारणा कि मेरे ट्वीट दुनिया की सबसे शक्तिशाली अदालत की नींव हिला सकते हैं, मेरी क्षमताओं का एक सीमा से अधिक मूल्यांकन है।’’

मामले से जुड़े एक वकील ने कहा कि कामरा के खिलाफ अवमानना ​​की कार्यवाही उच्चतम न्यायालय में लंबित है।

यह पहली या आखिरी बार नहीं था जब कामरा को उनके विचारों और चुटकुलों के लिए नाराजगी का सामना करना पड़ा हो।

जनवरी 2020 में, कामरा ने इंडिगो की एक उड़ान में समाचार एंकर अर्नब गोस्वामी से कहासुनी करने के कारण अगले छह महीनों के लिए उड़ान भरने से प्रतिबंधित कर दिया था।

तत्कालीन नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी के ट्वीट के बाद एअर इंडिया, स्पाइसजेट और गोएयर ने भी इसी तरह की कार्रवाई की, जिसमें अन्य एयरलाइनों को भी ऐसा करने का सुझाव दिया गया था।

रैना और इलाहाबादिया से जुड़े हालिया विवाद में समाचार मीडिया की आलोचना करने वाले मशहूर कॉमेडियन वीर दास को 2021 में वाशिंगटन डीसी के जॉन एफ कैनेडी सेंटर में उनके शो ‘आई कम फ्रॉम टू इंडियाज’ के बाद पुलिस शिकायत का सामना करना पड़ा।

दास ने यूट्यूब पर मोनोलॉग से छह मिनट की क्लिप अपलोड की, जिसमें कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई, महिलाओं के खिलाफ अपराध और कॉमेडियन के खिलाफ कार्रवाई में भारत की आलोचना की गई थी।

दास के खिलाफ आक्रोश उनके वीडियो के उस हिस्से से भड़क उठा, जिसमें उन्होंने कहा, ‘‘मैं ऐसे भारत से आता हूं, जहां हम दिन में महिलाओं की पूजा करते हैं, और रात में उनका सामूहिक बलात्कार करते हैं।’’

कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी और नलिन यादव को जनवरी 2021 में मध्यप्रदेश में हिंदू देवताओं और गृह मंत्री अमित शाह के बारे में कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए गिरफ्तार किया गया था।

शीर्ष अदालत ने एक महीने बाद कॉमेडियन को अंतरिम जमानत पर रिहा किये जाने का आदेश दिया।

मई 2024 में इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में यादव और उनके छोटे भाई को कुछ लोगों द्वारा पीटा जाता हुआ दिखाया गया था। यादव ने लिखा कि उनकी गिरफ्तारी को तीन साल हो चुके हैं और अब उन्हें उनके गृहनगर में ‘राष्ट्र-विरोधी’ के रूप में पहचाना जाता है।

घटना के बाद फारुकी के भी देश भर में कई शो रद्द कर दिए गए।

शीर्ष अदालत से क्षणिक राहत के बावजूद, इलाहाबादिया और रैना से जुड़ा मामला अभी खत्म होता नहीं लग रहा। यह हमें याद दिलाता है कि भारत में कॉमेडी कोई हंसी-मजाक की बात नहीं है।

भाषा वैभव रंजन

रंजन

यह खबर ‘भाषा’ न्यूज़ एजेंसी से ‘ऑटो-फीड’ द्वारा ली गई है. इसके कंटेंट के लिए दिप्रिंट जिम्मेदार नहीं है.

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