नई दिल्ली: आस्ट्रेलिया में पिछले हफ्ते एक कार्यक्रम में बीजेपी एमपी तेजस्वी सूर्या ने कथित तौर पर मुस्लिम शासकों द्वारा भारतीय उपमहाद्वीप में ऐतिहासिक फतह की तुलना विध्वंस से करने की मांग की.
सूर्या ऑस्ट्रेलिया इंडिया यूथ डायलॉग (AIYD) समेत कई कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए ऑस्ट्रेलिया में थे. भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष 31 मई से 4 जून तक मेलबर्न और सिडनी में थे.
उनकी टिप्पणी एक निजी कार्यक्रम में की गई थी, जो कि पररामट्टा में ईसीए कॉलेज में ‘छात्रों के साथ एक सार्वजनिक बातचीत’ के बाद आयोजित की गई थी, जिसमें स्वाइनबर्न प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय भी है कार्यक्रम के लिए रद्द कर दिया गया था. स्वाइनबर्न इस्लामिक सोसाइटी ने निमंत्रण में विश्वविद्यालय के हस्तक्षेप के लिए कहा था.
ऑस्ट्रेलिया की उनकी यात्रा से पहले भी कई विरोध प्रदर्शन हुए थे, जिनमें से कई ने भारत में अल्पसंख्यकों पर उनके पहले के विचारों का जिक्र किया था.
एआईवाईडी के कुछ आयोजकों ने बाद में कार्यक्रम से हाथ खींच लिया था. डीकिन विश्वविद्यालय, सिडनी विश्वविद्यालय, मैक्वेरी विश्वविद्यालय और मोनाश विश्वविद्यालय ने कथित तौर पर विरोध के बाद अपने स्पॉन्सरसिप को वापस ले लिया और इस कार्यक्रम से अलग हो गए.
सूर्या ने निजी कार्यक्रम में दर्शकों को बताया, ‘यदि आप नेटफ्लिक्स पर जाते हैं … आप यहूदी विध्वंस पर आधारित कम से कम 10 फिल्में पा सकते हैं. हमारे पास कितनी कहानियां हैं जो हमने नेटफ्लिक्स या ऐसे स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर डाली हैं जो भारत के इस्लामी आक्रमण की भयानक कहानी बताती हैं- शून्य, शून्य,’
होलोकॉस्ट नाजी विनाश की नीति थी जिसने जर्मन-कब्जे वाले यूरोप में कम से कम छह मिलियन यहूदियों के जीवन का दावा किया था.
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Dear @DFAT,
This is @Tejasvi_Surya, the president of @BJP4India, on Australian soil, encouraging violence against Muslims by equating them with Nazis, saying, “The Islamic chapter in India is bloodiest chapter in the history of the world.”
THIS. IS. A. VIOLATION. OF. HIS, VISA! pic.twitter.com/9i4JehFcP7
— CJ Werleman (@cjwerleman) June 1, 2022
सूर्या ने अमेरिकी लेखक और इतिहासकार विल डुरंट के लेखन का भी हवाला देते हुए दावा किया कि ‘भारत पर इस्लामी आक्रमण’ ‘दुनिया के इतिहास का सबसे खूनी अध्याय’ था.
उन्होंने कहा, ‘आप में से कई लोगों ने विल डुरंट को पढ़ा होगा. भारत के मध्यकालीन इतिहास पर अध्याय शुरू करने पर डुरंट इस पंक्ति से शुरू करते हैं, वे कहते हैं कि भारत पर इस्लामी आक्रमण दुनिया के इतिहास का सबसे खूनी अध्याय है. गजनी की कहानी बताई जानी चाहिए, गोरी की कहानी बताई जानी चाहिए, अलाउद्दीन खिलजी की कहानी, टीपू सुल्तान की कहानी बताई जानी चाहिए. कश्मीर फाइल्स एक अच्छा प्रयास है.’
सूर्या ने कहा था, ‘हमने सात्विक प्रसाद नामक एक आंदोलन शुरू किया है, जहां हम लोगों को जागरूक करते हैं कि जब हम मंदिरों में जाते हैं तो हमारी प्रथाएं क्या होती हैं. हमें ऐसा खाना नहीं परोसना चाहिए जो पहले ही किसी और को परोसा जा चुका हो, इस मामले में हलाल खाना और कोषेर भी… हमें इसे आगे बढ़ाने के लिए अपने हिंदू समुदाय के समर्थन की आवश्यकता हो सकती है.’
‘सबसे खूनी आक्रमण’
सूर्या की यह टिप्पणी कर्नाटक में हलाल मीट के खिलाफ दक्षिणपंथी समूहों के विरोध के एक महीने बाद आई है. भाजपा के यह सांसद राज्य में बेंगलुरु दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं.
इस आयोजन में, सूर्या ने सभी हिंदुओं से भारत में इस्लामी आक्रमण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए कहा, जिसे उन्होंने ‘रक्तपात’ से भरा कहा.
उन्होंने कहा, ‘हमने इस विशेष (इस्लामी) समुदाय के इतिहास को इसके अस्तित्व के समय से देखा है और इसका इतिहास रक्तपात और हिंसा से बड़ा रहा है. मुझे लगता है कि एक समुदाय के रूप में हमें दो चीजें करनी चाहिए… हिंदू लोग, भारत के निवासी और प्रवासी बहुत ही स्पष्ट रूप से सबसे खूनी आक्रमण को स्पष्ट करते हैं.’
ऑस्ट्रेलिया में अपनी टिप्पणियों के लिए विरोध का सामना करने पर प्रतिक्रिया करते हुए, सूर्या ने कहा, ‘आप जानते हैं कि पूरे पारिस्थितिकी तंत्र ने वह करने की कोशिश की जो वह करने में सबसे अच्छा है. एक तरह से यह अच्छा था क्योंकि अब आप सभी जानते हैं कि मैं यहां आ रहा था लेकिन पारिस्थितिकी तंत्र इसी तरह काम करता है.’
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