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Friday, 1 November, 2024
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कोरोनावायरस के प्रकोप से बचने के लिए जेएनयू, जामिया, आईआईटी, डीयू सहित देश के कई शैक्षणिक संस्थान बंद

कोरोनावायरस के फैलते संक्रमण से बचाव के लिए देश के कई उच्च शिक्षण संस्थानों सहित बिहार, यूपी, छत्तीसगढ़, दिल्ली और मध्यप्रदेश के स्कूलों को 31 मार्च तक बंद किया गया.

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नई दिल्ली: कोरोनावायरस ने अब दुनिया में महामारी का रूप ले लिया है. फैली विश्वव्यापी महामारी की वजह से भारत में प्रमुख संस्थानों से लेकर स्कूल तक तेज़ी से बंद किए जा रहे हैं. ताज़ा घोषणाओं में दिल्ली स्थित जवाहर लाल यूनिवर्सिटी (जेएनयू) और जामिया मिल्लिया इस्लामिया को 31 मार्च तक बंद करने की घोषणा की गई है.

जेएनयू और जामिया जैसे उच्च शिक्षण संस्थानों के अलावा दिल्ली यूनिवर्सिटी, आईआईटी दिल्ली और इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी ने भी कोविड- 19 की वजह से 31 मार्च तक संस्थान बंदी की घोषणा की है. जेएनयू को 31 मार्च तक बंद करने का नोटिस शुक्रवार को जारी किया गया.


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बयान में लिखा गया है, ‘कोरोना वायरस की वजह से जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में सभी लेक्चर, क्लास प्रेज़ेंटेशन, परीक्षाओं को तत्काल प्रभाव से 31 मार्च तक स्थगित कर दिया गया है. किसी तरह के सेमीनार, कॉन्फ्रेंस और वर्कशॉप को भी 31 तक स्थगित कर दिया गया है.’

इसमें आगे लिखा गया है कि हॉस्टल में रह रहे छात्रों के लिए बेसिक मेस सुविधा जारी रहेगी. छात्रों से कोरोना से जुड़े दिशानिर्देशों का पालन करने को कहा गया है. बाकी गतिविधियों के स्थगति रहने के बीच यूनिवर्सिटी का रूटीन ऑफ़िस वर्क जारी रहेगा. सबसे ताज़ा नोटिस आईआईटी कानपुर से आया है जिसे 29 मार्च तक बंद किया गया है.

ऐसे ही एक ताज़ा नोटिस में जामिया मिलिया इस्लामिया ने शुक्रवार को जानकारी दी कि कोरोना वायरस से बचाव के मद्देनज़र जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने भी 31 मार्च तक फेस-टू-फेस और सामूहिक मुलाकातों पर रोक लगाई. यानी कई प्रतिष्ठित संस्थानों के बाद जामिया भी 31 मार्च तक बंद रहेगा. हालांकि, ज़्यातादर गतिविधियां ऑनलाइन जारी रहेंगी.

आईआईटी दिल्ली के निदेशक वी. रामगोपाल राव ने वृहस्पतिवार को ट्वीट कर जानकारी दी, ‘कोविड 19 की स्थिति को देखते हुए आईआईटी दिल्ली ने फ़ैसला किया है कि 31 मार्च तक सभी कक्षाएं, परीक्षाएं और सार्वजनिक कार्यक्रमों को तत्काल प्रभाव से स्थगित किया जाता है.’

जेएनयू, दिल्ली यूनिवर्सिटी और जामिया ने ये भी कहा कि हालांकि, ज़्यादातर चीज़ें स्थगित रहेंगी लेकिन आधिकारिक काम जारी रहेगा और क्लरकियल स्टाफ को उनकी ड्यूटी करनी पड़ेगी. वहीं, आईआईएम अहमदाबाद, लखनऊ, बेंगलुरु और इंदौर ने अपना दीक्षांत समारोह स्थगित कर दिया है.

पिछले बुधवार को सभी राज्यों के प्रमुख सचिवों को लिखे गए एक पत्र में मानव संसाधन विकास मंत्रालय के सचिव अमित खरे ने सभी स्कूलों में छात्रों के बीच कोरोना वायरस को लेकर जागरुकता फैलना की अपील की थी ताकि इसे फ़ैलने से रोका जा सके.

सचिव ने सभी संस्थान से उन प्रोटोकॉल का पालन करने को कहा जो कोरोनावायरस से बचाव के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए हैं. इसके बाद दिल्ली के डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने बृहस्पतिवार को आदेश दिया कि दिल्ली में सभी स्कूल 31 मार्च तक बंद रहेंगे.


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इसके बढ़ते प्रकोप को देखते हुए छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने प्रदेश में सभी स्कूलों और कॉलजों को 31 मार्च तक बंद रखने का निर्णय लिया है. वहीं उत्तर प्रदेश में भी सरकार ने भी 22 मार्च तक सभी स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने का निर्देश दिया है लेकिन जिन कक्षाओं की परीक्षा चल रही हैं वह यथावत चलेंगी. मध्यप्रदेश और बिहार में भी सभी स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया गया है. लेकिन छात्रों की परीक्षा चल रही है वह यथावत चलती रहेंगी. सरकार ने कुछ दिन पहले ही अपने कर्मचारियों को बायोमेट्रिक हाजिरी से छूट दी था.

खबर लिखे जाने तक देश में कोविड- 19 के कुल 81 मामले सामने आए हैं. जिसमें 64 भारतीय, 16 इटालियन और एक कनाडा का नागरिक है.

इस बीमारी से पहली मौत कर्नाटक के कलबुर्गी में 76 साल के एक व्यक्ति की हुई है. इस व्यक्ति की ट्रैवल हिस्ट्री साउद अरब की थी. 29 जनवरी को साउदी अरब गया ये व्यक्ति 29 फरवरी को भारत लौटा था.


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राज्य सरकार ने गुरुवार को बताया कि इस व्यक्ति के कोरोनावायरस से संक्रमित होने का संदेह था, जिस कारण उसका इलाज चल रहा था. मृत्यु पूर्व लिए गए उसके नमूनों की जांच में कोविड-19 संक्रमण की पुष्टि हुई है.

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