नई दिल्ली: चक्रवाती तूफान वायु ने अपना रास्त बदल दिया है. भारतीय मौसम विभाग की वैज्ञानिक मनोरमा मोहंती ने कहा कि अब वायु गुजरात के तट से नहीं टकराएगा. मौसम विभाग लगातार वायु तूफान पर नज़र बनाए हुए है. मोहंती ने कहा कि तूफान अब गुजरात के तटीय इलाकों पर तूफान नहीं मचाएगा बल्कि यह वारावल, पोरबंदर, द्वारका के छोर को छूकर निकल जाएगा.
मोहंती ने कहा कि लेकिन इस दौरान हवा 135-160 किलोमीटर प्रति घंटे की तेजी से चलेगी. और तटीय जिले दियू, गिर सोमनाथ, जूनागढ़ सहित कई जलों पर इसका प्रभाव पड़ेगा. तेज हवाओं और भारी बारिश के कारण वहां उसका प्रभाव नजर आएगा.’
आईएमडी के अतिरिक्त महानिदेशक देवेंद्र प्रधान ने कहा कि चक्रवात समुद्र में रहेगा और गुजरात तट के समानांतर चलेगा. वायु से निपटने के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने पूरी तैयारी की है. अभी तक तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. वहीं नेशनल डिसास्टर रिस्पांस फोर्स अलर्ट पर है. एनडीआरएफ की टीम किसी भी हालात से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. यह हाल तब है.
Manorama Mohanty, scientist at India Meteorological Department (IMD), Ahmedabad: Very Severe Cyclonic Storm Vayu to skit along Saurashtra Coast this afternoon with a wind speed 135-160 kmph. Coastal districts Diu, Gir Somnath, Junagarh, Porbandar, Dwarka will be affected. pic.twitter.com/tXjj5h62DH
— ANI (@ANI) June 13, 2019
वहीं गुजरात के मंत्री भुपेंद्र सिंह चौदासामा ने कहा कि सोमनाथ मंदिर खुला रहेगा. उन्होंने कहा कि ये कुदरती आफत हौ और कुदरत ही इसे रोक सकती है तो कुदरत को हम क्यों रोंके. उन्होंने आगे कहा कि मंदिर बंद नहीं किया जाएगा लेकिन श्रद्धालुओं और पर्यटकों से कहा गया है कि वह इस इलाके तक न जाएं. लेकिन मंदिर में पूजा पाठ वैसे ही होगा जैसे होता आ रहा है.
विभिन्न इलाकों से 3 लाख लोगों को हटाया गया
गुजरात में सौराष्ट्र क्षेत्र के तटीय जिलों से लगभग 1.5 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है वहीं अलग अलग इलाकों से अभी तक तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा दिया गया है. लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने के लिए विशेष निकासी ट्रेनों को सेवा में लगाया गया है. चक्रवाती तूफान वायु के राज्य में दस्तक देने के साथ इसकी रफ्तार 150 किमी प्रति घंटा से ज्यादा होने की संभावना जताई गई थी.
वैसे सुबह से ही तूफान वायु का प्रभाव गुजरात के तटीय इलाकों पर देखा जा रहा है. वहां तेज हवाएं चल रही हैं बारिश शुरू हो चुकी है यही नहीं समुंद्र की लहरें भी काफी ऊंची-ऊंची उठ रही हैं. तूफान को देखते हुए सरकार ने स्कूल कॉलेजों सहित सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया है. गुजरात तट से पर्यटकों को जल्द से जल्द चले जाने को कहा गया है.
दो विशेष निकासी ट्रेनों को सेवा में लगाया गया है. इसमें से एक सौराष्ट्र के ओखा से राजकोट के लिए बुधवार शाम 5.45 बजे और दूसरी शाम 8.05 बजे अहमदाबाद के लिए रवाना की गई. मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशंस सेंटर में राज्य प्रशासन के साथ समीक्षा बैठक की है.
Gujarat: Six teams of National Disaster Response Force (NDRF) are on alert in Porbandar; #visuals of an NDRF team (of 30 members) standby at Chowpatty beach. As per latest update of IMD, #CycloneVayu won't hit Gujarat, but will have effect on coastal districts pic.twitter.com/Ux1x3u1XNO
— ANI (@ANI) June 13, 2019
रूपाणी ने कहा, ‘हमने पहले केवल कच्चे घरों में रहने वालों को स्थानांतरित करने की योजना बनाई थी, लेकिन चक्रवात के गंभीर होने की आशंका के कारण तटीय गांवों में सभी लोगों को स्थानांतरित करने का फैसला किया.’
मुख्यमंत्री ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार की सफलता तभी होगी, जब कोई जान नहीं जाए.
नौसेना सहित एनडीआरएफ की टीम है तैयार
चक्रवाती तूफान ‘वायु’ के गुरुवार को गुजरात तट पर टकराने की संभावना के बीच नौसेना ने खुद को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रखा है.
बयान के अनुसार, पश्चिमी नौसेना कमान मुंबई मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) के साथ तैयार है और राहत सामग्रियों को पहले से ही निर्दिष्ट जहाजों पर चढ़ा दिया गया है, जिसे कम समय पर भी मुहैया कराया जा सकता है.
नौसेना के जहाजों, विमानों व हेलीकॉप्टरों को मछली पकड़ने वाली नौकाओं को सूचित करने और उन्हें वापस बंदरगाह जाने के लिए कहने के निर्देश दिए गए हैं.
इस बीच, भारतीय वायु सेना का सी-17 विमान राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) के दल के साथ गुजरात के जामनगर पहुंच गया है.
नौसेना ने अपने गोताखोर और बचाव टीमों और राहत सामग्रियों, मेडिकल टीमों को मुंबई के भारतीय नौसेना के अस्पताल अश्विनी में जरूरत पड़ने पर नागरिक सहायता के लिए तैयार रखा है.
मदद के लिए जिला प्रशासन और एनडीआरएफ ने हेल्पलाइन नंबर
चक्रवाती तूफान वायु के दौरान लोगों की मदद के लिए जिला प्रशासन और एनडीआरएफ ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. एनडीआरएफ का हेल्पलाइन नंबर- 91-9711077372 है. इसके अलावा तूफान प्रभावित जिलों के लिए हेल्पलाइन नंबर इस प्रकार हैं- जामनगर कंट्रोल रूम नंबर- 0288-2553404, द्वारका कंट्रोल रूम नंबर- 02833-232125, पोरबंदर कंट्रोल रूम नंबर- 0286-2220800, दाहोद कंट्रोल रूम नंबर- 02673-239277, नवसारी कंट्रोल रूम नंबर- 02637-259401, पंचमहल कंट्रोल रूम नंबर- +912672242536, छोटा उदयपुर कंट्रोल रूम नंबर- +912669233021, कच्छ कंट्रोल रूम नंबर- 02832-250080, राजकोट कंट्रोल रूम नंबर- 0281-2471573 और अरावली कंट्रोल रूम नंबर- +912774250221