मंगलुरु (कर्नाटक), 27 मई (भाषा) मंगलुरु में इस महीने के शुरू में एक हिन्दूवादी नेता की हत्या के बाद भड़काऊ भाषण देने, सांप्रदायिक तनाव भड़काने और सार्वजनिक शांति भंग करने के आरोप में पुलिस ने विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के वरिष्ठ नेता शरण पंपवेल को मंगलवार रात गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि गत एक मई को बाजपे थाना क्षेत्र में विहिप कार्यकर्ता सुहास शेट्टी की हत्या के बाद उनके शव का पोस्टमार्टम ए.जे. अस्पताल के शवगृह में किया गया था।
आरोप है कि अस्पताल परिसर के बाहर हिंदू संगठन के नेता शरण पंपवेल ने मीडिया से बातचीत में शेट्टी की हत्या में प्रतिबंधित संगठन पीएफआई और ‘जिहादी इस्लामी आतंकवादियों’ के शामिल होने का दावा करते हुए भड़काऊ बयान दिया था।
उन्होंने दो मई को जिले में बंद का आह्वान भी किया था।
पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में आरोप लगाया है कि जब जनता ने बंद का समर्थन नहीं किया तो पंपवेल के बयान से भड़के उनके समर्थकों ने मंगलुरु के विभिन्न हिस्सों में तोड़फोड़ की और जबरन दुकानें एवं व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद करवाने के लिए अशांति पैदा की जिससे सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा, सांप्रदायिक तनाव बढ़ा और सार्वजनिक शांति भंग हुई।
अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद मंगलुरु पूर्व पुलिस थाने में पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की।
मंगलुरु के पुलिस आयुक्त अनुपम अग्रवाल ने बताया कि जांच के दौरान आवश्यक साक्ष्य जुटाए गए तथा शरण पंपवेल को पूछताछ के लिए दो नोटिस दिए गए लेकिन वह उपस्थित नहीं हुए और उन्होंने जांच में सहयोग नहीं किया।
उन्होंने बताया कि मंगलवार शाम को पंपवेल को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें अदालत के समक्ष पेश किया जा रहा है।
इस बीच विहिप ने पंपवेल की गिरफ्तारी की निंदा की है और राज्य की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथों लेते हुए इसे सरकार की घृणित कार्रवाई बताया।
शेट्टी हत्याकांड में आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया।
भाषा इन्दु नोमान वैभव
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